देश की खबरें | देवेंद्र फडणवीस के पुराने पोस्टर को बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद का बताकर किया जा रहा साझा

पीटीआई फैक्ट चेक डेस्क की पड़ताल में यह दावा गलत साबित हुआ है। वास्तव में यह पोस्टर बाबा सिद्दीकी की हत्या से पहले का है। सितंबर 2024 में बदलापुर के यौन शोषण मामले के आरोपी अक्षय शिंदे के एनकाउंटर के बाद, अज्ञात लोगों द्वारा मुंबई के विभिन्न इलाकों में ये पोस्टर लगाए गए थे।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक यूजर ने 15 अक्टूबर को वायरल पोस्टर को साझा करते हुए लिखा, “महाराष्ट्र सरकार के एक पूर्व मंत्री, राजनेता और एक उद्योगपति की हत्या हो गई। उसके बाद पूरे मुंबई में महाराष्ट्र के गृहमंत्री और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की फोटो लगा कर पोस्टर लगा दिया गया “बदला पूरा”, इसका क्या मतलब हुआ कि ये हत्या फडणवीस ने करवाई है? क्या किसी गृहमंत्री और उपमुख्यमंत्री का ऐसा पोस्टर पूरे शहर में बिना उसकी मर्जी के लग सकता है? किस दिशा में जा रहा है देश? ईश्वर रक्षा करे अब इस देश का।” इस पोस्ट को अब तक 35 हजार से ज्यादा बार देखा जा चुका है और यह संख्या लगातार बढ़ रही है।

दावे की पुष्टि के लिए, डेस्क ने वायरल तस्वीर को गूगल लेंस के जरिये रिवर्स सर्च किया। हमें यह पोस्टर 26 सितंबर 2024 को 'हिंदुस्तान टाइम्स' की एक रिपोर्ट में मिला। इसमें बताया गया था कि बदलापुर में यौन शोषण के आरोपी अक्षय शिंदे के एनकाउंटर के बाद, मुंबई के खेरवाड़ी, अंधेरी, लालबाग और सायन जैसे इलाकों में फडणवीस के पोस्टर लगाए गए थे। इन पोस्टरों पर 'बदला पुरा' लिखा था। बाद में बीएमसी ने इन्हें हटा दिया था।

संबंधित कीवर्ड के जरिए गूगल सर्च करने पर हमें इस पोस्टर से जुड़ी खबरें आजतक, टीवी9 हिंदी और न्यूज18 के वेबसाइट पर भी मिलीं। इन खबरों में भी यह बताया गया कि स्कूली बच्चियों के साथ यौन शोषण करने के आरोपी अक्षय शिंदे के एनकाउंटर के बाद अज्ञात लोगों द्वारा मुंबई में ऐसे पोस्टर लगाए गए थे, जिनमें किसी नेता या पार्टी का नाम नहीं था।

जांच के अंत में, डेस्क ने पीटीआई के पश्चिमी क्षेत्र के संपादक विलास टोकाले से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि दोनों तस्वीरें बदलापुर यौन शोषण मामले के आरोपी अक्षय शिंदे के एनकाउंटर के बाद लगाए गए पोस्टर की हैं और इसका बाबा सिद्दीकी की हत्या से कोई संबंध नहीं है।

हमारी अब तक की जांच से यह साफ है कि वायरल तस्वीर बाबा सिद्दीकी की हत्या से पहले की है। यूजर्स पुरानी तस्वीर को भ्रामक दावे के साथ सोशल मीडिया पर साझा कर रहे हैं।

सोशल मीडिया पर वायरल किसी भी दावे की सच्चाई या सत्यापन के लिए पीटीआई फैक्ट चेक डेस्क के व्हाट्सएप नंबर +91-8130503759 से संपर्क करें।

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