मुंबई, 12 दिसंबर महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में जेएसडब्ल्यू उर्जा संयंत्र के 'स्टोरेज टैंक' से निकले धुएं के संपर्क में आने से बृहस्पतिवार को 30 से अधिक स्कूली छात्र प्रभावित हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी।
हालांकि, बृहस्पतिवार शाम को एक बयान में जेएसडब्ल्यू उर्जा संयंत्र की ओर से कहा गया कि रत्नागिरी स्थित उसके संयंत्र में गैस 'स्टोरेज' की कोई सुविधा नहीं है और वह इस घटना में शामिल नहीं है। उसने कहा कि मीडिया में आई खबरों के विपरीत उसका इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि ये छात्र जयगढ़ विद्या मंदिर स्कूल में पढ़ते हैं और संयंत्र स्कूल के पास ही स्थित है।
पुलिस ने बताया कि स्कूल में मौजूद 250 छात्रों में से 30 से ज्यादा छात्रों ने टैंक की सफाई के दौरान निकलने वाले धुएं के संपर्क में आने के बाद आंखों में जलन की शिकायत की थी।
पुलिस ने बताया कि उनमें से कुछ को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि यह धुआं 'इथाइल मरकैप्टन' से आ रहा था, जो एक रंगहीन, ज्वलनशील और अत्यधिक दुर्गन्धयुक्त तरल पदार्थ है।
जेएसडब्ल्यू के प्रवक्ता ने मामले में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
जेएसडब्ल्यू उर्जा संयंत्र के बयान में कहा गया है, "जेएसडब्ल्यू उर्जा संयंत्र में हम अपने कर्मचारियों, समुदाय और पर्यावरण की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हैं। हम सख्त सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते हैं और अपने संचालन की लगातार निगरानी करते हैं।"
इसमें कहा गया है, "सुरक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता अटल है और हम ऐसी किसी भी घटना को रोकने के लिए हर एहतियात बरतते हैं जो आसपास के समुदाय के स्वास्थ्य और सुरक्षा को प्रभावित कर सकती है।"
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