देश की खबरें | मतदान प्रतिशत बढ़ने से भाजपा को फायदा हुआ : फडणवीस

नयी दिल्ली, 12 दिसंबर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने बृहस्पतिवार को कहा कि विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत में पांच प्रतिशत की वृद्धि पूरी तरह से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत गठबंधन के लिए लाभकारी रही क्योंकि यह विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) की विभाजनकारी राजनीति और फर्जी बयानबाजी की प्रतिक्रिया थी जिसके परिणामस्वरूप भाजपा को शानदार जीत मिली।

'टाइम्स नाउ' द्वारा आयोजित 'इंडिया इकोनॉमिक कॉन्क्लेव' में फडणवीस ने कहा कि कांग्रेस, शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और शिवसेना-उबाठा के नेतृत्व वाले एमवीए का प्रदर्शन लोकसभा चुनावों में अपने चरम पर पहुंच गया था, जब उन्हें कुल डाले गए मतों का 43.9 प्रतिशत वोट मिला था।

उन्होंने कहा कि एमवीए और भाजपा नीत महायुति के बीच सिर्फ 0.3 प्रतिशत का अंतर था।

फडणवीस ने कहा, "वे (एमवीए) पहले ही चरम पर पहुंच चुके थे। उन्होंने विभाजनकारी राजनीति, तुष्टीकरण की राजनीति और फर्जी बयानबाजी के जरिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था। मतों में यह वृद्धि उसी की प्रतिक्रिया थी, जिसका हमें लाभ हुआ।"

भाजपा-शिवसेना-राकांपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में 235 सीट जीतीं तथा विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी को 46 सीट पर समेट दिया।

महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में 61.5 प्रतिशत मतदान हुआ था। नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव में 66.11 प्रतिशत मतदान हुआ।

फडणवीस ने कहा कि राष्ट्रवादी संगठनों द्वारा अराजकतावादी बयानों का मुकाबला करने, विपक्षी एमवीए के पक्ष में 'वोट जिहाद' के आह्वान पर प्रतिक्रिया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के एकता में सुरक्षा संबंधी संदेश ने विधानसभा चुनावों में भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन की शानदार जीत में योगदान दिया।

फडणवीस ने कहा कि भाजपा महाराष्ट्र में भारी जीत हासिल करने में सफल रही, क्योंकि वह लोकसभा चुनावों के दौरान विपक्ष द्वारा गढ़े गए फर्जी विमर्श का मुकाबला करने में सफल रही।

उन्होंने कहा, "फर्जी विमर्श किसी एक पार्टी द्वारा नहीं गढ़े गए। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा ने लोगों के मन में एक फर्जी विमर्श गढ़ा। हमने राष्ट्रवादी ताकतों से संपर्क किया और उनसे उनका मुकाबला करने का आग्रह किया।"

फडणवीस ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए दावा किया कि वह अति वामपंथी और अराजकतावादी ताकतों के नेता के रूप में उभर रहे हैं जो देश की प्रगति को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं।

भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा, "कांग्रेस अराजकतावादी नहीं थी। लेकिन बार-बार चुनावी हार के कारण कांग्रेस में वामपंथी ताकतों का प्रवेश हुआ है। राहुल गांधी की पूरी टीम को देखिए। उनकी सोच अति वामपंथी है।"

फडणवीस ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान उनका 'वोट के धर्मयुद्ध' का आह्वान विपक्षी एमवीए के उस आह्वान का जवाब था, जिसमें उसने दंगों और आगजनी के लिए मुसलमानों के खिलाफ दर्ज मामलों को रद्द करने और आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने की उलेमा बोर्ड की मांगों का समर्थन किया था।

उन्होंने कहा कि 'ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड' के सदस्य सज्जाद नोमानी ने भी एक वीडियो अपील जारी कर एमवीए के पक्ष में 'वोट जिहाद' का आह्वान किया।

फडणवीस ने कहा, "जब ऐसी बातें कही जाती हैं तो प्रतिक्रिया होना तय है। अगर कोई वोट जिहाद का आह्वान करता है तो क्या आप हमसे उम्मीद करते हैं कि हम चुप रहेंगे।"

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