पुणे, 22 फरवरी : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के संस्थापक शरद पवार ने बुधवार को कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी किसानों को तरह-तरह की ‘‘गारंटी’’ दे रहे हैं, लेकिन दूसरी तरफ किसान बढ़ते कर्ज के कारण आत्महत्या कर रहे हैं. पुणे जिले में महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री दिलीप वलसे पाटिल के गृह क्षेत्र अंबेगांव तहसील के मंचर में एक सम्मेलन में राकांपा (शरदचंद्र पवार) के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री पवार ने कृषि क्षेत्र की एक गंभीर तस्वीर पेश की.
उन्होंने कहा, "आज, देश में किसानों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. वे कड़ी मेहनत करते हैं लेकिन इसके बावजूद उन्हें अपने उत्पादों के लिए लाभकारी मूल्य नहीं मिलता है. यह भी पढ़ें : Karnataka: आय के बिना ‘गारंटी’ लागू करने के लिए कर्नाटक दिवालियापन की ओर बढ़ रहा- बसवराज बोम्मई
यदि लागत अधिक है और उत्पादन कम है, तो इससे किसान कर्ज में डूब जाते हैं और इसके कारण किसान अतिवादी कदम उठा रहे हैं. ऐसी स्थिति इस समय देश में बनी हुई है.'' राज्यसभा सदस्य पवार ने कहा कि अखबार और टेलीविजन चैनल विज्ञापनों से भरे हुए हैं, जहां प्रधानमंत्री किसानों को उनकी उपज के लिए अच्छी कीमत जैसी विभिन्न "गारंटी" की पेशकश करते नजर आ रहे हैं.