नयी दिल्ली, सात जनवरी कांग्रेस ने दिल्ली विधानसभा के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा का स्वागत करते हुए मंगलवार को कहा कि वह और उसके प्रत्याशी पूरी तरह तैयार हैं तथा राष्ट्रीय राजधानी के लोगों को इस चुनाव में यह फैसला करना है कि वो आगे के पांच साल भी केंद्र एवं प्रदेश के बीच टकराव देखना चाहते हैं या फिर जनता के लिए काम करने वाली स्थिर सरकार।
दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए पांच फरवरी को मतदान होगा जबकि मतों की गिनती तीन दिन बाद आठ फरवरी को की जाएगी।
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘दिल्ली के लोगों को जिस पल का इंतजार था वह आ गया है। 5 फरवरी को दिल्ली को इस बात पर निर्णय लेना होगा कि क्या वह राज्य और केंद्र के बीच अराजकता व टकराव के 5 साल और देखना चाहती है या एक स्थिर सरकार देखना चाहती है जो पूरी तरह से लोगों के लिए काम करती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस के शासन में दिल्ली को एक आधुनिक शहर में बदल दिया गया जो 21वीं सदी की जरूरतों को पूरा करता था। चाहे वह विश्व स्तरीय मेट्रो हो या संपर्क सेतु का काम करने वाला वाला विशाल बुनियादी ढांचा, कांग्रेस शासन के तहत दिल्ली का स्वर्णिम काल था।’’
वेणुगोपाल ने दावा किया कि वर्तमान शासन, चाहे वह केंद्र हो या राज्य, लोगों की बुनियादी चिंताओं को संबोधित करने में विफल रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी पार्टी अपने ट्रैक रिकॉर्ड के साथ दिल्ली को विकास के पथ पर वापस लाएगी और सभी के जीवन स्तर में सुधार करेगी।’’
कांग्रेस के दिल्ली प्रभारी काजी मोहम्मद निजामुद्दीन ने ‘पीटीआई-वीडियो’ से कहा, ‘‘कांग्रेस, उसके प्रत्याशी चुनाव के लिए तैयार हैं। हम तारीख की घोषणा का स्वागत करते हैं। मैं लोगों से चुनाव में मतदान करने की अपील करता हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को दिल्ली के गैस चैंबर से खुद को बचाने के लिए वोट करना चाहिए, उन्हें अच्छी सरकार चुननी चाहिए, उन्हें इस बात का एहसास होना चाहिए कि केंद्र में भाजपा और दिल्ली में आप के शासन ने उन्हें कितना नुकसान पहुंचाया है।’’
निजामुद्दीन ने कहा, ‘‘ कांग्रेस के शासनकाल में दिल्ली रहने लायक थी। लोगों को कांग्रेस को वोट देना चाहिए।’’
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