कोलकाता, आठ जनवरी पश्चिम बंगाल को शिक्षा, संस्कृति, खेल से लेकर हर क्षेत्र में अग्रणी बताते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि राज्य के लोग जानते हैं कि इस प्रमुख स्थान और विरासत को कमजोर करने वाले किसी भी खतरे का मुकाबला कैसे किया जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि बंगाल की संतोष ट्रॉफी टीम के सभी सदस्यों को विशेष कोटे के तहत जूनियर अधिकारी रैंक में राज्य पुलिस बल में भर्ती किया जाएगा। बंगाल की टीम ने इस वर्ष भी फुटबॉल की अंतर-राज्यीय चैंपियनशिप जीती है।
यहां ‘छात्र सप्ताह’ कार्यक्रम में उन्होंने समाज सुधारक राममोहन राय और ईश्वरचंद्र विद्यासागर का उदाहरण देते हुए कहा कि बंगाल ने सती प्रथा और विधवाओं के शोषण जैसी सामाजिक बुराइयों को खत्म करने के साथ ही महिला शिक्षा की शुरुआत करने का मार्ग दिखाया।
बनर्जी ने यह भी उल्लेख किया कि कैसे नोबेल पुरस्कार से सम्मानित रवींद्रनाथ टैगोर और कवि काजी नजरूल इस्लाम ने अपनी कविताओं और गीतों के माध्यम से भाईचारे, देशभक्ति, सौहार्द और मातृभूमि के प्रति प्रेम का संदेश फैलाया ताकि ‘‘लोगों को एकजुट किया जा सके।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अब अगर कोई राज्य की उस भावना, उस गौरवशाली विरासत को कमजोर करने की धमकी देता है, तो उसको रोकें, उसका मुकाबला करें।’’ बनर्जी ने कहा कि बंगाल के बेटे और बेटियां दुनिया और देश के हर अग्रणी संस्थान और संगठन में काम कर रहे हैं, जो शिक्षा के क्षेत्र में राज्य की विशिष्ट स्थिति को दर्शाता है।
उन्होंने कहा, ‘‘हार्वर्ड विश्वविद्यालय से जुड़े (अर्थशास्त्री) अमर्त्य सेन और (इतिहासकार) सुगाता बोस के अलावा, कई बंगाली शिक्षाविद दुनिया भर में अपनी उपलब्धियों और योगदान से भारत को गौरवान्वित कर रहे हैं।’’
कार्यक्रम स्थल पर मौजूद सैकड़ों छात्रों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने उनसे विभिन्न प्रकार के पाठ्यक्रम की पेशकश करने वाले राज्य के ‘‘अग्रणी उच्च शिक्षण संस्थानों’’ में अध्ययन करने और अपने सपनों को साकार करने के लिए कहा।
बनर्जी ने याद किया कि 2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध की शुरुआत के दौरान, उन्होंने राज्य के मेडिकल छात्रों के नामांकन की सुविधा प्रदान की थी, जिन्हें मेडिकल कॉलेजों में अपने पाठ्यक्रमों के बीच में ही वापस लौटना पड़ा था।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘यदि आप (छात्र) यहां के संस्थानों में दाखिला लेते हैं, तो आपको ऐसी परिस्थितियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।’’ उन्होंने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल कई औद्योगिक घरानों का गंतव्य बन गया है और यहां के संस्थानों से स्नातक करने वाले छात्रों के लिए रोजगार की बहुत संभावनाएं हैं।
बनर्जी ने कहा कि 2011 से अब तक 500 आईटीआई और अन्य संस्थान स्थापित किए गए हैं, जबकि उनकी सरकार की ‘उत्कर्ष बांग्ला’ पहल के तहत 47 लाख छात्रों को खुद को कुशल बनाने के लिए प्रशिक्षण मिला है।
उन्होंने कहा कि कई लाख और छात्रों को कौशल प्रदान किया जाएगा और प्रक्रिया जारी है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि ‘उत्कर्ष बांग्ला’ के तहत 10 लाख नयी नौकरियां भी पैदा की गई हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘संतोष ट्रॉफी की जीत ने दिखा दिया कि बंगाल खेलों में अग्रणी है। हमारी टेबल टेनिस अकादमी के खिलाड़ी यह सुनिश्चित करेंगे कि हम एक दिन ओलंपिक में देश के लिए पदक लाएं।’’
पांच जनवरी को अपनी आधिकारिक जन्मतिथि का उल्लेख करते हुए बनर्जी ने कहा कि वास्तव में उनका जन्म उस तारीख को नहीं हुआ था।
उन्होंने स्पष्ट किया, ‘‘जिस तारीख का उल्लेख प्रमाण पत्र में किया गया था, वह सही नहीं थी। मेरे पिता ने जल्दबाजी में कोई तारीख दे दी थी। मैं उस वक्त बच्ची थी। एक शिक्षक ने किसी भी तारीख का उल्लेख करते हुए आवेदन पत्र भरने पर जोर दिया। हालांकि, हममें से जो लोग उस समय घर पर पैदा हुए थे, उनके जन्मदिन हमेशा रिकॉर्ड में दर्ज नहीं होते थे।’’ हालांकि, बनर्जी ने अपनी वास्तविक जन्मतिथि का उल्लेख नहीं किया।
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