देश की खबरें | दिल्ली : फर्जी निवेश योजना में लोगों से सात करोड़ रुपये ठगने के आरोप में तीन गिरफ्तार

नयी दिल्ली, 13 अक्टूबर मछली पालन, फूलों की खेती और औषधीय वृक्षारोपण के कारोबार में निवेश कर ज्यादा मुनाफा देने के बहाने 100 से अधिक लोगों से कथित तौर पर सात करोड़ रुपये ठगने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।

पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान राजेश कुमार लौरा (45), रवि (28) और गजानंद कौशिक (41) के रूप में की गयी है। इन तीनों पर 135 लोगों के साथ करीब सात करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है।

पुलिस के मुताबिक राजेश कुमार लौरा इस कथित घोटाले का प्रमुख आरोपी है। उसने अपने सहयोगियों की मिलीभगत से निवेशकों को अधिक मुनाफा देने का लालच देकर लुभाया और उनके साथ धोखाधड़ी की। पुलिस के मुताबिक आरोपियों के खिलाफ 2019 में आर्थिक अपराध शाखा इकाई में फर्जी निवेश योजना चलाने को लेकर मामला दर्ज किया गया था।

पुलिस के अनुसार अपनी शिकायत में एक पीड़ित ने बताया कि आरोपी के प्रलोभन पर उसने साझेदारी फर्म में पैसे का निवेश इस बहाने से किया कि निवेश किए गए धन का उपयोग मत्स्य पालन, फूलों की खेती और औषधीय पेड़ लगाने के व्यवसाय के लिए किया जाएगा। आरोपी ने पीड़ित को ज्यादा मुनाफा देने का वादा किया था।

अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (आर्थिक अपराध शाखा) आर के सिंह ने कहा कि शिकायतकर्ता ने कथित फर्म में 52 लाख रुपये का निवेश किया, लेकिन यह वादे के अनुसार लाभ देने में विफल रहा और बाद में आरोपियों ने अचानक अपना कारोबार बंद कर दिया और भाग गए।

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक इस मामले की जांच के दौरान कथित कंपनी के बैंक खातों की जांच की गई और आंकड़ों का विश्लेषण किया गया। जांच से पता चला कि कथित फर्म ने बड़े पैमाने पर जनता को मछली पालन, फूलों की खेती और औषधीय पेड़ों के रोपण के अपने व्यवसाय में पैसा लगाने के लिए लुभाया था। आकर्षित होकर शिकायतकर्ताओं ने धन राशि जमा कर दी।

पुलिस के मुताबिक रवि और कौशिक राजस्थान की जेल में थे और दोनों को आठ अक्टूबर को केन्द्रीय कारागार, उदयपुर से गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड पर लिया गया था। उनके खुलासे के आधार पर तीसरे आरोपी एवं कथित कंपनी के प्रबंधक निदेशक राजेश कुमार लौरा को 10 अक्टूबर को हरियाणा के हिसार में अनाज मंडी से गिरफ्तार किया गया था।

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