नयी दिल्ली, 14 जनवरी दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को दावा किया कि हाल ही में शहर के 400 से अधिक स्कूलों में बम की धमकी भेजने के आरोप में पकड़ा गया 12वीं कक्षा का छात्र एक ऐसे गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) से जुड़ा हुआ है जो एक राजनीतिक दल का समर्थन करता है।
पुलिस के एक अधिकारी ने आगे बताया कि जांच के दौरान उन्हें यह भी पता चला कि इस एनजीओ ने संसद हमले के दोषी अफजल गुरु का समर्थन किया था।
विशेष पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) मधुप तिवारी ने यहां पुलिस मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में बताया, “हम ई-मेल ट्रैक कर रहे थे और वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) की वजह से, उनके स्रोत का पता लगाना मुश्किल था। हमें यह भी पता लगाना था कि क्या इसमें कोई आतंकी पहलू भी है।”
उन्होंने कहा कि वीपीएन के उपयोग के कारण सेवा प्रदाता पुलिस की मदद नहीं कर पा रहे हैं।
अधिकारी ने कहा, “हमारी टीमों ने आठ जनवरी को हाल ही में मिले ईमेल के बाद नाबालिग को ट्रैक किया। चूंकि ईमेल भेजने वाला एक किशोर था, इसलिए टीम ने फोरेंसिक जांच के लिए उसका लैपटॉप और मोबाइल फोन अपने कब्जे में ले लिया।”
पुलिस टीमों ने नाबालिग द्वारा भेजे गए 400 धमकी भरे ईमेल ट्रैक किए। उन्होंने उसके पिता की पृष्ठभूमि की भी जांच की, जो एक एनजीओ के साथ काम कर रहे हैं, और पता चला कि यह संगठन एक नागरिक संस्था समूह का हिस्सा है जो अफजल गुरु की फांसी के मुद्दे को उठाता रहा है और एक राजनीतिक दल की मदद भी कर रहा है।
राजनीतिक दल का नाम लिए बगैर अधिकारी ने कहा कि टीम मामले की आगे जांच कर रही हैं।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)