
नयी दिल्ली, एक अप्रैल दिल्ली चिड़ियाघर में एक मादा चिंकारा की मौत हो गई जबकि काला हिरण प्रजाति की एक मादा मृग ने मृत बच्चे को जन्म दिया। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
चिंकारा दक्षिण-पूर्व एशिया के दलदली क्षेत्र में पाए जाते हैं और विलुप्त होने के कगार पर हैं।
पहले चिड़ियाघर प्रशासन ने कहा था कि इस प्राणि उद्यान में एक चिंकारा और एक काले हिरण की मौत हो गई है। इसने बाद में स्पष्ट किया कि यह एक मादा चिंकारा थी, जो लड़ाई के दौरान घायल होने के बाद मर गई तथा काला हिरण मरा नहीं , बल्कि इस प्रजाति की मादा मृग ने एक मृत शिशु को जन्म दिया।
दिल्ली चिड़ियाघर के निदेशक संजीत कुमार ने कहा, ‘‘मादा चिंकारा की मौत लड़ाई में लगी चोटों के कारण हुई, जबकि काला हिरण प्रजाति की मादा मृग ने अविकसित भ्रूण को जन्म दिया। संयुक्त निदेशक (प्राणि उद्यान) को इस मामले पर रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है।’’
अधिकारियों ने कहा कि चिंकारा की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार है।
फरवरी में दिल्ली चिड़ियाघर में अधिक उम्र संबंधी रुग्णता के चलते दो जानवरों--एक जगुआर और एक नीलगाय की मौत हो गई थी।
नीलगाय (15) का अधिक उम्र संबंधी समस्याओं के कारण उपचार हो रहा था और उसकी 13 फरवरी को मृत्यु हो गई। जगुआर (22) का भी उपचार और गहन देखभाल हो रही थी जिसकी 19 फरवरी को मृत्यु हो गई।
नवंबर 1959 में स्थापित दिल्ली चिड़ियाघर में 95 प्रजातियों के पशु और पक्षी हैं। इसे देश का ‘मॉडल’ चिड़ियाघर माना जाता है।
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