नयी दिल्ली, 17 अप्रैल माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार ने लॉकडाउन की घोषणा करने में इसलिए देरी की, ताकि मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार शपथ ग्रहण कर सके।
मध्य प्रदेश में सत्ता से बाहर होने के महज 15 महीने बाद भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा कोरोना वायरस के चलते राष्ट्रव्यपी लॉकडाउन की घोषणा किए जाने से एक दिन पहले 23 मार्च को राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
येचुरी ने ट्वीट किया, ‘‘मोदी ने महामारी के प्रसार के बारे में पूरी जानकारी होने के बावजूद लॉकडाउन की घोषणा में देरी की, ताकि मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार शपथ ले सके। भाजपा के सत्ता के लालच ने लाखों लोगों को पीड़ित बना दिया है। इसका अनैतिक लालच खराब होती इस जनस्वास्थ्य आपात स्थिति के लिए प्रत्यक्ष रूप से जिम्मेदार है।’’
उन्होंने सरकार से कोविड-19 के मामलों का पता लगाने के लिए अधिक जांच कराने की भी अपील की।
माकपा नेता ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘भारत में पहला मामला सामने आने के 89 दिन बाद भी हम पर्याप्त जांच-परीक्षण नहीं कर रहे हैं। सरकार को बहानेबाजी बंद करनी चाहिए, स्पष्ट है कि लॉकडाउन अधिक उच्च और आक्रामक जांच-परीक्षण के साथ ही काम करेगा, खासकर हमारे कुछ सर्वाधिक आबादी वाले राज्यों में।’’
येचुरी ने पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार की भी आलोचना की और कहा कि जनस्वास्थ्य आपात स्थिति से निपटते समय पारदर्शिता आवश्यक है।
उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘जनस्वास्थ्य आपात स्थिति में पारदर्शिता और ईमानदार संप्रेषण की जरूरत है। इन आधारभूत सिद्धांतों को त्यागकर बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार ने लाखों लोगों की जिन्दगी को खतरे में डाल दिया है।’’
माकपा नेता फुआद हाकिम ने पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या और मौतों की जानकारी मांगने के लिए अदालत में याचिका दायर की है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार भारत में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या शुक्रवार को 437 और संक्रमण के मामलों की संख्या 13,387 तक पहुंच गई।
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