तिरुवनंतपुरम, 11 जून : केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने मंगलवार को विधानसभा में कहा कि जल में ऑक्सीजन की कमी के करण पेरियार नदी में हाल ही में बड़ी संख्या में मछलियों की मौत हुयी है और कारखानों से नदी में कोई रासायनिक अपशिष्ट नहीं छोड़ा गया है. मुख्यमंत्री ने विपक्षी यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) के विधायक टी जे विनोद द्वारा उन लोगों के खिलाफ की गई कार्रवाई के संबंध में पूछे गए प्रश्न के उत्तर में यह बात कही, जिन्होंने कथित तौर पर नदी में रासायनिक अपशिष्ट छोड़ा, जिससे मछलियों की मौत हुई.
विजयन ने कहा कि राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीसीबी) ने घटना के बाद नदी का निरीक्षण किया और पानी के नमूनों की जांच से पता चला कि घुलित ऑक्सीजन मछलियों के जीवित रहने के लिए आवश्यक स्तर से कम है. मुख्यमंत्री ने कहा, "प्रारंभिक जांच के अनुसार जब भारी बारिश के बाद पथलम रेगुलेटर-सह पुल का शटर खोला गया तो रेगुलेटर के ऊपरी हिस्से से बड़ी मात्रा में ऑक्सीजन रहित पानी नदी में बह गया." उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच में पेरियार नदी के तट पर स्थित कारखानों से नदी में रासायनिक अपशिष्ट छोड़े जाने का कोई मामला नहीं पाया गया. यह भी पढ़ें : कोलकाता के अधिवक्ता का दावा, मालवीय और बंगाल भाजपा के बारे में उनके बयान की ‘गलत व्याख्या’
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पीसीबी इस मुद्दे पर केरल मत्स्य एवं महासागर अध्ययन विश्वविद्यालय (केयूएफओएस) की रिपोर्ट मिलने के बाद ही अपने विस्तृत निष्कर्ष प्रस्तुत करेगा. मछली किसानों को हुए नुकसान के बारे में विजयन ने कहा कि प्रारंभिक आंकड़ों से पता चलता है कि यह 13.56 करोड़ रुपये का है. पेरियार नदी में बड़ी तदाद में मछलियां मरी हुयी पायी गयी थी