पुलिस अधीक्षक (एसपी) दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि दोनों के शव बुरी तरह सड़ चुके थे और उनके सिर पर चोट के निशान हैं।
एसपी ने बताया कि बदायूं जिले के मूल निवासी माजिद हुसैन वारसी (65) गद्दों का व्यापार करते थे तथा बीते कुछ साल से प्रॉपर्टी का कारोबार भी करने लगे थे।
उन्होंने बताया कि कुछ साल पहले माजिद हुसैन ने देवा में मकान खरीदा था और पिछले सात-आठ महीने से पत्नी मुसर्रत जहां (62) के साथ यहां रहने लगे।
सिंह ने बताया कि शनिवार को वारसी के दामाद सगीर ने अलीगढ़ से देवा कोतवाली पुलिस को फोन कर बताया कि पिछले चार पांच दिनों से ससुर और सास मुसर्रत जहां से बात नहीं हो पा रही है जिसके बाद पुलिसकर्मी उनके घर पहुंचे और आसपास पूछताछ की।
अधिकारी के मुताबिक, इस दौरान पड़ोसियों ने बताया कि मकान से बदबू आ रही है।
एसपी ने बताया कि पुलिसकर्मी मकान का दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंचे तो घर में सीढ़ियों के पास जमीन पर वारसी का शव पड़ा मिला तथा कमरे में इनकी पत्नी मुसर्रत जहां भी मृत मिली।
सिंह ने बताया कि दोनों के सिर पर चोट के निशान पाए गए हैं तथा शव कई दिन पुराने थे और सड़ने के कारण उनमें कीड़े तक पड़ गए थे।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया है।
एसपी ने अंदेशा जाहिर किया कि इस घटना को अंजाम दोने में किसी करीबी का हाथ हो सकता है।
शहर क्षेत्र के पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) जगत कनौजिया ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है तथा पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत का स्पष्ट कारण पता चल सकेगा।
उन्होंने कहा कि यह देखने के लिए मकान में तलाशी ली जा रही है कि कहीं लूटपाट की वजह से इस घटना को अंजाम तो नहीं दिया गया है।
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