देश की खबरें | चुनाव कराने के लिए छह हफ्ते से अतिरिक्त समय मांग सकता है डीडीसीए : लोकपाल वर्मा

नयी दिल्ली, छह जुलाई दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के उच्च न्यायालय की शरण में जाने और अध्यक्ष तथा कोषाध्यक्ष पद के लिए राज्य इकाई के चुनाव के लिए मिले छह हफ्ते के समय में विस्तार मांगने की उम्मीद है।

डीडीसीए के लगभग चार हजार मतों पर नियंत्रण रखने वाले लगभग सभी गुट (विनोद तिहाड़ा समूह, सीके खन्ना की टीम और एसपी बंसल समूह) अलग अलग समय पर पूर्व वित्त मंत्री दिवंगत अरूण जेटली के बेटे रोहन से मिल चुके हैं और उन्हें अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी पेश करने को कह चुके हैं।

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रोहन ने हालांकि अब तक घोषणा नहीं की है कि वह इस शीर्ष पद के लिए उम्मीदवारी पेश करेंगे या नहीं जो पिछले साल वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा के इस्तीफे के कारण खाली हुआ है।

लोकपाल न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) दीपक शर्मा ने शनिवार को वीडियो कांफ्रेस के जरिए शीर्ष परिषद की बैठक के बाद सर्कुलर में कहा, ‘‘चुनाव को लेकर विभिन्न प्रक्रियाओं पर चर्चा की गई और बैठक के बाद सभी ने सहमति जताई कि माननीय उच्च न्यायालय द्वारा दिया गया छह हफ्ते का समय काफी समय है और डीडीसीए को अतिरिक्त समय के लिए उच्च न्यायालय जाना पड़ सकता है।’’

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यह भी कहा गया कि चुनाव पर आगे की चर्चा के लिए नवीन चावला (चुनाव अधिकारी) और उनकी टीम के साथ मंगलवार को बैठक तय की गई है।

इस दौरान पांच निदेशकों के बीच रोटेशन पर फैसला करने के लिए उच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार ड्रॉ डाला गया। कंपनी अधिनियम के अनुसार प्रत्येक साल एक-तिहाई निदेशकों को सेवानिवृत्त होना होता है। डीडीसीए के सात निदेशक हैं और इनमें से दो को प्रत्येक साल सेवानिवृत्त होना पड़ता है।

बैठक के दौरान चार निदेशकों को ड्रॉ के जरिए सेवानिवृत्त किया गया जिसमें 2019 के लिए दो और 2020 के लिए दो शामिल हैं।

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