ईटानगर,21 दिसंबर कई देशों में कोविड-19 के मामलों में अचानक वृद्धि होने के मद्देनजर अरुणाचल प्रदेश सरकार ने जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे संक्रमित पाए गए लोगों के नमूनों का ‘जीनोम अनुक्रमण’ सुनिश्चित करें। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
राज्य निगरानी अधिकारी (एसएसओ) डॉ. लोबसांग जाम्पा ने कहा, “हम परीक्षण जारी रखेंगे और कोरोना वायरस से संक्रमित पाये जाने वाले नमूनों को जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजा जाएगा, जैसा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा निर्देश दिया गया है ताकि वायरस के नए स्वरूप का समय रहते पता लगाया जा सके।”
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि यथासंभव दैनिक आधार पर, संक्रमित पाये जाने वाले सभी नमूनों को विशिष्ट भारतीय सार्स-कोवि-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (इंसाकॉग) नेटवर्क की जीनोम अनुक्रमण प्रयोगशालाओं (आईजीएसएल) में भेजा जाए।
जापान, अमेरिका, दक्षिण कोरिया, ब्राजील और चीन में कोविड-19 के मामलों में अचानक वृद्धि होती पाई गई है।
जाम्पा ने कहा कि राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण का फिलहाल सिर्फ एक मामला है, जिसकी पुष्टि रैपिड एंटीजन टेस्ट (आरएटी) के जरिये हुई थी।
उन्होंने कहा, “हमें अपनी आरटी-पीसीआर प्रयोगशाला को फिर से सक्रिय करना होगा और यदि कोई नमूना वायरस से संक्रमित मिलता है, तो उसे जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजा जाएगा।”
जाम्पा ने कहा, “परीक्षण नियमित रूप से कम पैमाने पर चल रहा है। केंद्र से जरूरी निर्देश मिलने के बाद हम इसे और तेज करेंगे। हमने सभी जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को सतर्क रहने के लिए पत्र लिखा है।”
एसएसओ ने कहा कि कड़े कदम उठाना अभी जल्दबाजी होगी।
महामारी की शुरूआत से अब तक अरुणाचल प्रदेश में कोविड के 66,890 मामले सामने आये हैं,जबकि 296 लोगों की राज्य में संक्रमण से मौत हो गई।
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