बिजनौर (उप्र), 21 जुलाई बिजनौर जिले के धामपुर थाना इलाके में पांचवीं कक्षा के अपहृत छात्र की बरामदगी के एक दिन बाद पुलिस ने मुख्य षड्यंत्रकर्ता और छात्र के मौसेरे भाई को एक मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया।
पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ में आरोपी के पैर में गोली लगी है।
बिजनौर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अभिषेक कुमार ने रविवार को बताया कि थाना धामपुर पुलिस को शुक्रवार को सूचना मिली कि गांव मीमला के आशुतोष चौहान का पुत्र शशांक शिखर (11) अपने स्कूल से लगभग ढाई बजे गांव में तीन अन्य बच्चों के साथ किराना की दुकान तक स्कूल वैन से आया, तभी उसका अपहरण कर लिया गया।
एसपी ने बताया कि शुक्रवार रात में ही पुलिस ने शशांक को सकुशल बरामद कर एक आरोपी अर्जुन तोमर को गिरफ्तार कर लिया था और उसके अन्य साथियों की तलाश जारी थी। पूछताछ में अर्जुन ने पुलिस को बताया कि शशांक के अपहरण की योजना गांव मीमला में ही रहने वाले शशांक के मौसेरे भाई गौरव ने बनाई थी।
पुलिस के अनुसार, आरोपियों की तलाश में शनिवार रात धामपुर पुलिस पोषक नहर पटरी पर जांच कर रही थी तभी वहां गुजर रही एक कार से पुलिस पर गोली चलाई गई। पुलिस की जवाबी गोलीबारी में एक बदमाश दाहिने पैर में गोली लगने से घायल हो गया।
पुलिस ने उसे पकड़कर पूछताछ की तो उसकी पहचान गौरव निवासी मीमला के रूप में हुई। जबकि मौके का फायदा उठाकर उसके दो साथी सूर्यप्रताप और बल्ली फरार हो गये।
गौरव ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसके पिता मनोज ने 17 लाख रुपये में उसके मौसा आशुतोष के यहां अपनी जमीन गिरवी रखी थी। जमीन छुड़ाने के लिए मौसा से ही फिरौती वसूलने के लिए उसने मौसेरे भाई शशांक के अपहरण की योजना बनाकर अर्जुन, सूर्यप्रताप और बल्ली को साजिश में शामिल किया था।
पुलिस ने गौरव के पास से एक तमंचा, कारतूस और अपहरण में प्रयुक्त गाड़ी बरामद की है।
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