नयी दिल्ली, 19 जुलाई वैश्विक सौर क्षेत्र में कॉरपोरेट वित्तपोषण 2023 की पहली छमाही (जनवरी-जून) में सालाना आधार पर 54 प्रतिशत बढ़कर 18.5 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
इससे पिछले साल की जनवरी-जून की अवधि में सौर क्षेत्र में कुल कॉरपोरेट वित्तपोषण 12 अरब डॉलर रहा था। कॉरपोरेट वित्तपोषण में उद्यम पूंजी, सार्वजनिक बाजार और ऋण वित्तपोषण आता है।
मेरकॉम कैपिटल की रिपोर्ट के अनुसार, वित्तीय बाजार की परिस्थितियां सख्त होने और ब्याज दरें ऊंची रहने के बीच साल की पहली छमाही में सौर उद्योग मजबूत बना हुआ है।
मेरकॉम कैपिटल ग्रुप के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) राज प्रभु ने कहा, ‘‘कृत्रिम मेधा (एआई) के अलावा स्वच्छ प्रौद्योगिकी उन कुछ क्षेत्रों में से है जिनके प्रति उद्यम पूंजी (वीसी) का आकर्षण बना हुआ है। अमेरिका में मुद्रास्फीति कटौती अधिनियम के कारण मांग इतनी मजबूत है कि ब्याज दर की दृष्टि से संवेदनशील सार्वजनिक बाजारों और ऋण वित्तपोषण में भी वृद्धि हुई है।’’
जनवरी-जून 2023 के दौरान वैश्विक स्तर पर 33 सौदों के जरिये वैश्विक उद्यम पूंजी निवेश 3.8 अरब डॉलर रहा। 2022 की पहली छमाही में यह 53 सौदों के साथ 3.7 अरब डॉलर रहा था।
भारत में उद्यम पूंजी जुटाने वाली कुछ प्रमुख कंपनियों में क्लीनमैक्स सोलर (36 करोड़ डॉलर), नेविटास सोलर (50 लाख डॉलर) और प्रोजील इन्फ्रा इंजीनियरिंग (40 लाख डॉलर) शामिल हैं।
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