बेंगलुरू, 9 जनवरी : राज्य सरकार के कोविड-19 प्रतिबंधों का उल्लंघन कर कांग्रेस नेताओं के कावेरी नदी पर मेकेदातु परियोजना को लागू करने की मांग को लेकर ‘पदयात्रा’ निकालने पर निशाना साधते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने रविवार को कहा कि कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी. मुख्यमंत्री ने पार्टी पर जिम्मेदार विपक्ष की तरह व्यवहार करने के बजाय मेकेदातु मुद्दे पर राजनीति करने का भी आरोप लगाया. बोम्मई ने कहा, ‘‘मैंने अपनी पार्टी के महत्वपूर्ण नेताओं और वरिष्ठ मंत्रियों की एक बैठक बुलाई है, जहां हम बेंगलुरु विकास, मेकेदातु परियोजना और पदयात्रा सहित कई मुद्दों पर चर्चा करेंगे.’’
उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा कि कांग्रेस जो कुछ कर रही है उसके परिणामों से पूरी तरह अवगत है, लेकिन राजनीति उनके लिए अधिक महत्वपूर्ण लगती है. बोम्मई ने कहा, ‘‘जब परियोजना से संबंधित मामले लंबित हैं, ऐसे में एक जिम्मेदार राजनीतिक दल के रूप में, जो पहले सत्ता में रहे हैं, और व्यवस्था, कानून, अंतरराज्यीय जल विवाद क्या है, अदालत तथा न्यायाधिकरण के आदेशों से पूरी तरह अवगत हैं, उन्हें पदयात्रा पर आगे नहीं बढ़ना चाहिए, लेकिन राजनीति उनके लिए महत्वपूर्ण लगती है. जनता उनके बारे में तय करेगी.’’ यह भी पढ़ें : UP Assembly Elections: कानून व्यवस्था, विकास और हिंदुत्व के सहारे जीत के प्रति भाजपा आश्वस्त
उन्होंने कहा, ‘‘कोविड-19 मानदंडों के उल्लंघन के संबंध में उन्हें एक नोटिस जारी किया गया है और अधिकारियों ने व्यक्तिगत रूप से उन्हें ऐसा नहीं करने की सलाह दी थी, लेकिन उन्होंने इसकी अनदेखी की है और पदयात्रा निकाल रहे हैं, हम कानून के अनुसार कार्रवाई करेंगे.’’ सरकार के कोविड-19 प्रतिबंधों और चेतावनियों के बावजूद, कांग्रेस ने आज मेकेदातु से बेंगलुरु तक अपनी 10 दिवसीय पदयात्रा शुरू की. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डी के शिवकुमार और राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धरमैया के नेतृत्व में, 'नम्मा नीरू नम्मा हक्कू' (हमारा पानी, हमारा अधिकार) थीम के साथ पदयात्रा रामनगर जिले में कनकपुरा में कावेरी और अर्कावती नदियों के संगम संगम पर शुरू हुई.