मंगलुरु, 15 फरवरी : कांग्रेस मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष को एक ज्ञापन सौंपेगी जिसमें एक स्कूल में एक मुद्दे पर लोगों के बीच ‘‘सांप्रदायिक’’ नफरत पैदा करने वाले बयान देने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक वेदव्यास कामत और वाई. भरत शेट्टी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का आग्रह किया जाएगा. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस समिति (केपीसीसी) के उपाध्यक्ष इवान डिसूजा ने बुधवार को यह जानकारी दी.
यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए डिसूजा ने कहा कि विधायकों ने शहर के सेंट गेरोसा स्कूल में हाल की घटना पर भड़काऊ बयान जारी किए थे. इस स्कूल में कक्षा के अंदर कथित ‘‘हिंदू विरोधी’’ टिप्पणी करने के लिए एक शिक्षक को बर्खास्त कर दिया गया था. अनेक संगठनों और भाजपा विधायकों के विरोध के बाद सेंट गेरोसा स्कूल ने सोमवार को शिक्षिका को उनके पद से हटा दिया था. शिक्षिका ने ’कार्य ही पूजा है’ विषय पर एक कक्षा के दौरान कथित अपमानजनक टिप्पणियां की थीं. यह भी पढ़ें : संदेशखाली में महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न और हिंसा की जांच के लिए जे.पी. नड्डा ने 6 नेताओं की उच्चस्तरीय समिति का गठन किया
डिसूजा ने आरोप लगाया कि निजी स्कूल में मुद्दे का सौहार्दपूर्ण समाधान खोजने की कोशिश करने के बजाय, विधायक सांप्रदायिक भावनाएं भड़काने में लगे हुए थे. उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष भाजपा विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग रखी जाएगी. डिसूजा ने यह मांग भी की कि पुलिस विधायकों के खिलाफ उनके ‘‘सांप्रदायिक’’ बयानों और एक शैक्षणिक संस्थान की छवि को खराब करने के प्रयास के लिए आपराधिक मामला दर्ज करे.