पुणे, 20 जून : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) प्रमुख शरद पवार ने बृहस्पतिवार को कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति के बारे में कांग्रेस फैसला करेगी क्योंकि सदन में विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (‘इंडिया’) के विभिन्न घटकों में सबसे ज्यादा सांसद कांग्रेस के पास हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या विपक्ष के किसी सदस्य को लोकसभा का उपाध्यक्ष बनाए जाने के प्रयास किए जाएंगे, पवार ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी पिछली सरकार में इस "नियम" का पालन नहीं किया था. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर चर्चा होगी, लेकिन उन्हें नहीं लगता कि इसका कोई सार्थक नतीजा निकलेगा. पवार महाराष्ट्र के पुणे जिले के बारामती में संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 543 सदस्यीय लोकसभा के लिए हाल ही में संपन्न आम चुनाव में 240 सीट पर जीत हासिल की और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में अपने सहयोगियों के साथ सरकार बनाई. वहीं विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के विभिन्न घटकों में कांग्रेस को सबसे ज्यादा 99 सीट पर कामयाबी मिली. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा, "पहले हम इस बात पर सहमत थे कि यह पद सबसे अधिक सीट जीतने वाली पार्टी को मिलेगा. आज, कांग्रेस के पास लोकसभा में (विपक्षी दलों के बीच) सबसे अधिक सीट हैं, इसलिए वे तय करेंगे कि इस पद पर किसे नियुक्त किया जाना चाहिए." यह भी पढ़ें : NEET-UG 2024: नीट पेपर लीक मामले में विजय सिन्हा के निशाने पर आए तेजस्वी यादव
उन्होंने कहा, "कांग्रेस द्वारा फैसला किए जाने के बाद, उसे हमारे गठबंधन (इंडिया) की सहमति की आवश्यकता होगी." महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) की सफलता को लेकर पवार ने दावा किया कि लोगों का प्रधानमंत्री मोदी पर से भरोसा उठ गया है और "मोदी की गारंटी" फर्जी साबित हुई. उन्होंने कहा, "राज्य के लोग इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि पिछले पांच साल में उन्होंने जो वादे किए थे, वे पूरे नहीं हुए." कांग्रेस, उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना (यूबीटी) और राकांपा (एसपी) के गठबंधन एमवीए ने आम चुनाव में राज्य की 48 लोकसभा सीट में से 30 पर जीत हासिल की है.