तिरुवनंतपुरम, 24 नवंबर : केरल में कांग्रेस (Congress) ने भारत निर्मित विदेशी शराब (IMFL) पर बिक्री कर बढ़ाने और शराब के कारखानों पर लगाया पांच प्रतिशत कारोबारी कर माफ करने के वाम सरकार के फैसले को बृहस्पतिवार को ‘‘भ्रष्टाचार’’ बताया और कहा कि इससे नशाखोरी बढ़ सकती है.
कांग्रेस का यह बयान तब आया है जब एक दिन पहले केरल सरकार ने राज्य में शराब पर बिक्री कर चार प्रतिशत बढ़ाने की घोषणा की. मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की अध्यक्षता में हुई मंत्रीमंडल बैठक में राज्य में विदेशी शराब का उत्पादन और बिक्री करने वाली भट्टियों (डिस्टिलरीज) पर लगाए जाने वाले पांच प्रतिशत कारोबार कर (टीओटी) को भी वापस लेने का निर्णय लिया गया है. यह भी पढ़ें : Rajasthan: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पूर्व डिप्टी पायलट पर तंज- ‘गद्दार’ को सीएम नहीं बनाया जा सकता
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने कहा कि राज्य सरकार का फैसला न केवल ‘‘अवैज्ञानिक’’ है बल्कि इससे शराब की कीमत में वृद्धि भी होगी जिससे अधिक से अधिक लोग नशीले पदार्थ का सेवन कर सकते हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रमेश चेन्नीथला ने राज्य सरकार के फैसले को ‘‘भ्रष्ट’’ बताया और कहा कि यह शराब कंपनियों और सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के बीच परस्पर सहमति का नतीजा है.