कोरोना संकट के बीच कांग्रेस नेता अजय कुमार लल्लू का योगी सरकार पर बड़ा हमला, कोविड-19 से निपटने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाने लगाया आरोप
कांग्रेस (फाइल फोटो)

नोएडा (उप्र), 27 अप्रैल. उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने राज्य की योगी सरकार पर कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाने का आरोप लगाया है. उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में कोविड-19 से संक्रमित मरीजों के उपचार की सुचारू व्यवस्था नहीं है और ना ही पृथक-वास में रखे गए लोगों के लिए खाने-पीने का समुचित प्रबंध है. लल्लू ने कहा, ‘‘आगरा के महापौर की उस चिट्ठी के सामने आने के बाद सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहा है, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आगरा को बचाने की अपील की है.’’लल्लू ने कहा कि योगी सरकार कोरोना वायरस महामारी के बारे में जिस ‘‘आगरा मॉडल का ढोल पीट रही थी, उसकी हवा निकल चुकी है’’.

आगरा में पृथक-वास में रखे गए लोगों को पानी और बिस्कुट कथित रूप से ‘‘फेंक कर’’ दिए जाने की घटना पर लल्लू ने हैरानी जताते हुए कहा कि इससे योगी सरकार का अमानवीय चेहरा सामने आता है. उन्होंने कहा, ‘‘राज्य के मुख्य औद्योगिक केन्द्र कानपुर में कुछ मीडिया कर्मियों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद ऐसी आशंका जताई जा रही है कि शहर में बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हैं, लेकिन उनका अता-पता नहीं है. उन्होंने कहा कि मरीजों का पता तभी चलेगा, जब ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच कराई जाएगी, लेकिन योगी सरकार तो इसके बजाय, आंकड़ों को दबाने में मशगूल है. यह भी पढ़े-कोरोना संकट: प्रियंका गांधी ने योगी सरकार से पूछा-यूपी में खराब PPE किट की सप्लाई मामले में क्या दोषियों पर होगी कार्रवाई?

लल्लू ने केन्द्र सरकार द्वारा जारी किए गए के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में से 53 जिले ऐसे हैं, जहां पृथक-वास के लिए 100 से कम बिस्तर हैं, जबकि इन्हीं 53 में से 31 जिलों में संक्रमण के मामले सामने आए हैं. लल्लू ने कहा कि राज्य के 75 में से 34 जिले ऐसे हैं, जहां आईसीयू की सुविधा ही नहीं है, जबकि इन 34 जिलों में से 19 जिले ऐसे हैं, जहां संक्रमण के मामले सामने आए हैं.

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, लेटेस्टली स्टाफ ने इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया है)