भोपाल, 21 दिसंबर मध्यप्रदेश कांग्रेस ने शनिवार को राज्य के परिवहन विभाग में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए मामले की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जांच की मांग की। साथ ही कहा कि वह जांच के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाएगी।
सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आरोपों को खारिज कर दिया।
विपक्षी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने यह दावा इस सप्ताह की शुरुआत में विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा से जुड़े ठिकानों पर लोकायुक्त छापे के दौरान 2.85 करोड़ रुपये नकद, सोना और चांदी आदि बरामद होने के बाद किया।
कांग्रेस नेताओं ने यह भी दावा किया है कि शर्मा का संबंध उस 10 करोड़ रुपये नकद और 52 किलोग्राम सोने से है, जिसे आयकर अधिकारियों ने हाल में भोपाल में एक लावारिस कार से बरामद किया था।
पटवारी ने यहां पत्रकारों से बात करते हुए आरोप लगाया कि भाजपा सरकार रावण की तरह राज्य को लूट रही है।
उन्होंने कहा कि टेंडर स्तर पर भी 30 प्रतिशत तक का ‘कट’ लिया रहा है।
कांग्रेस नेता ने कहा, “इस भ्रष्टाचार से लड़ना प्रदेश कांग्रेस की जिम्मेदारी है। हम मांग करते हैं कि परिवहन विभाग में पिछले दो दशकों में हुए भ्रष्टाचार की सीबीआई जांच कराई जाए। हम उच्च न्यायालय में भी जाएंगे। उच्च न्यायालय या उच्चतम न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायधीश से जांच कराने की मांग करेंगे।”
पटवारी ने कहा कि अगर एक आरक्षक 50 करोड़ रुपये के सोने सहित इतनी बड़ी संपत्ति अर्जित कर सकता है, तो विभाग के प्रमुख सचिव और मंत्री के पास कितनी संपत्ति होगी, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
मप्र कांग्रेस प्रमुख ने शर्मा को ‘छोटी मछली’ बताया। उन्होंने दावा किया कि पिछले 20 सालों में सत्तारूढ़ भाजपा ने परिवहन विभाग में 15 हजार करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार किया है।
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि कांग्रेस को झूठे आरोप लगाने की आदत है। चतुर्वेदी ने कहा कि अगर पटवारी के पास कोई सबूत है, तो उन्हें खोखले दावे करने के बजाय उसका खुलासा करना चाहिए।
चतुर्वेदी ने आरोप लगाया कि तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व वाली 15 महीने की कांग्रेस सरकार के दौरान राज्य सचिवालय भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया था और पटवारी इसका हिस्सा थे।
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