Congress ने पीएम नरेंद्र मोदी पर रक्षा खरीद नीति से भ्रष्टाचार रोधी उपबंध हटाने का आरोप लगाया
कांग्रेस (Photo Credits: Wikimedia Commons)

देहरादून: कांग्रेस (Congress) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पर रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) की आपत्तियों के बावजूद 2016 में रक्षा खरीद नीति (Defense Procurement Policy) से अनिवार्य भ्रष्टाचार रोधी उपबंध को हटाने का आरोप लगाया है. कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक (Ragini Nayak) ने यहां शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए राफेल लड़ाकू विमान (Rafale Fighter Aircraft) सौदे में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार होने का भी आरोप लगाया. Punjab: पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस पर साधा निशाना, कहा- Congress ने मुझ पर भरोसा नहीं करके अपने हितों को नुकसान पहुंचाया

रागिनी नायक ने कहा, ''मोदी के बुलडोजर ने रक्षा मंत्रालय की आपत्तियों के बावजूद उस उपबंध को हटा दिया जिसका मतलब था कि रक्षा खरीद में पहले कोई भुगतान नहीं होगा, कोई बिचौलिया नहीं होगा, कोई उपहार नहीं होगा.''

कांग्रेस नेता ने 2019 में एक रक्षा खरीद दलाल के परिसर पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी का जिक्र करते हुए कहा कि इससे कई वर्गीकृत दस्तावेज बरामद हुए हैं, जोकि यह साबित करते हैं कि राफेल सौदा एक संदिग्ध मामला था.

उन्होंने ईडी द्वारा बरामद किए गए एक दस्तावेज का भी उल्लेख किया जिसमें फ्रांसीसी फर्म दसॉल्ट एविएशन के प्रतिनिधियों और ''राजनीतिक शीर्ष नेतृत्व'' के बीच एक बैठक की व्यवस्था करने की बात की गई थी और पूछा था कि क्या इस बैठक के बाद राफेल लड़ाकू विमानों की कीमत 526 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,670 करोड़ रुपये हो गयी थी. कांग्रेस नेता ने कहा, ''अगर यह बैठक हुई तो यह राष्ट्रीय सुरक्षा के खिलाफ थी. यह राजद्रोह है, आधिकारिक गोपनीयता कानून का स्पष्ट उल्लंघन है.''

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