नयी दिल्ली, 22 नवंबर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक नेता ने मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना सज्जाद नोमानी के खिलाफ उनकी ओर से जारी उस ‘फतवा’ को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है जिसमें भाजपा नीत केंद्र सरकार का समर्थन करने वाले मुसलमानों का कथित तौर पर सामाजिक बहिष्कार करने का आह्वान किया गया है।
तुगलक रोड थाने में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, लखनऊ के रहने वाले और मुस्लिम समुदाय में अपना खासा प्रभाव रखने वाले नोमानी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान विवादित फतवा जारी किया था।
सिद्दीकी ने पुलिस को बताया कि व्यापक रूप से प्रसारित वीडियो में नोमानी ने कथित तौर पर कहा कि भाजपा का समर्थन करने वाले मुसलमानों का पूरी तरह से सामाजिक बहिष्कार किया जाना चाहिए।
नोमानी ने कथित तौर पर यह भी कहा है कि ऐसे व्यक्तियों को इस्लाम के दायरे से बाहर माना जाना चाहिए। वीडियो में नोमानी ने कथित तौर पर भाजपा का समर्थन करने वाले मुस्लिमों का मजाक उड़ाते हुए कहा कि उन्हें अपना नाम बदलकर ‘घनश्याम’ रख लेना चाहिए, जो समुदाय से उनके बहिष्कार का संकेत है।
सिद्दीकी ने दावा किया है कि इस ‘फतवे’ के कारण भाजपा से जुड़े मुसलमानों को धमकियां, सामाजिक अलगाव और गालियां जैसे गंभीर परिणाम भुगतने पड़े हैं।
सिद्दीकी ने अपनी शिकायत में कहा है, ‘‘फतवा जारी किये जाने के बाद लोगों ने शुक्रवार की नमाज के दौरान और निजामुद्दीन दरगाह जैसे सार्वजनिक स्थानों पर मुझसे बात करना बंद कर दिया। मुझे सोशल मीडिया पर गालियां दी जा रही हैं और लोग मेरा बहिष्कार कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि उनका पीछा किया जा रहा है और उन्हें जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं।
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