विदेश की खबरें | एफएटीएफ से की गई वचनबद्धता से कानून और प्रक्रिया को सुधारने में मदद मिली : पाकिस्तान
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

इस्लामाबाद, 22 अक्टूबर आर्थिक कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) की ‘ग्रे’ (संदिग्ध)सूची से बाहर होने के बाद पाकिस्तान ने कहा कि वैश्विक निगरानीकर्ता को दिए गए वचन की वजह से कानून और प्रक्रिया में महत्वपूर्ण सुधार करने में मदद मिली ।

इसके साथ ही पाकिस्तान ने यह भी कहा कि घरेलू स्तर पर आतंकवाद निरोधक वित्तपोषण और धनशोधन प्रशासन को कठिन परिस्थितियों का सामना करने में और सक्षम बनाया गया ।

उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान को एफएटीएफ की ग्रे (संदिग्ध) सूची से शुक्रवार को बाहर कर दिया गया। एफएटीएफ आतंकवादी वित्त पोषण और धन शोधन पर नजर रखने वाली वैश्विक संस्था है।

इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान के विदेश कार्यालय (एफओ) कहा कि कल रात एफएटीएफ ने आम सहमति से फैसला किया कि देश ने वर्ष 2018 और 2021 में तय कार्ययोजना के तहत सभी आवश्यक, तकनीकी और प्रक्रियागत जरूरतों को पूरा किया है और इसलिए उसे तत्काल प्रभाव से निगरानी सूची से हटाया जाए।

उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान ने दोनों कार्ययोजनओं के तहत धन शोधन और आतंकवाद के वित्तपोषण को रोकने में उल्लेखनीय प्रगति की है।’’

विभाग ने कहा, ‘‘कोविड-19 महामारी सहित विभिन्न चुनौतियों के बावजूद पाकिस्तान ने सुधारों का क्रम जारी रखा और दुनिया की बेहतर प्रक्रिया के अनुरूप धन शोधन और आतंकवाद के वित्तपोषण को रोकने के लिए उच्च स्तर की राजनीतिक प्रतिबद्धता दिखाई।’’

एफओ ने कहा कि एफएटीएफ के लक्ष्यों को प्राप्त करना पूरे राष्ट्र का संयुक्त प्रयास है क्योंकि संघीय और प्रांतीय स्तर के विभिन्न मंत्रालयों, विभागों और एजेंसियों ने इस राष्ट्रीय लक्ष्य को प्राप्त करने में अपना योगदान दिया।

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