चेन्नई, 24 अगस्त भारत के किशोर ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंदा शतरंज विश्व कप में अपने से अधिक रेटिंग के खिलाड़ियों को हराकर नई ऊंचाइयां हासिल कर रहे हैं और सबसे दिलचस्प बात यह है कि वह अपना और अपने खेल का ध्यान खुद रखते हैं।
प्रज्ञानानंदा अभी अजरबैजान की राजधानी बाकू में हैं जबकि उनके निजी कोच आरबी रमेश किसी अन्य देश में हैं। प्रज्ञानानंदा का साथ देने के लिए उनकी मां नागालक्ष्मी उनके साथ है लेकिन खेल के लिए रणनीति बनाने में उनकी कोई भूमिका नहीं होती है।
रमेश ने पीटीआई से कहा,‘‘ वह (प्रज्ञानानंदा) अधिकतर अपना ध्यान खुद रखते हैं और स्वयं रणनीति तय करते हैं। मैं उनके साथ केवल व्हाट्सएप पर चैट कर रहा हूं।’’
उन्होंने कहा,‘‘प्रज्ञानानंदा अपनी दैनिक दिनचर्या का पूरी तरह से पालन करते हैं जैसे कि रात नौ बजे सोना, कोई भी भोजन नहीं छोड़ना, मैच के बाद शाम को टहलना और मैच से पहले चार घंटे अभ्यास करना।’’
अपने निजी कोच की अनुपस्थिति में भी प्रज्ञानानंदा ने विश्वकप में हर अगले मैच में शानदार प्रदर्शन किया और दबाव से भरे टाईब्रेक में जीत दर्ज की। ऐसी ही एक जीत उन्होंने हमवतन अर्जुन एरिगैसी के खिलाफ भी हासिल की थी।
प्रज्ञानानंदा ने फाइनल तक की अपनी राह में विश्व के दूसरे नंबर के खिलाड़ी हिकारू नाकामुरा और विश्व के तीसरे नंबर के खिलाड़ी फैबियानो कारूआना को हराया।
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