वाशिंगटन, तीन अप्रैल अमेरिका के हवाई क्षेत्र में उड़ने वाला एक चीनी गुब्बारा कई संवेदनशील सैन्य अड्डों से खुफिया जानकारी जुटाने और इसे उसी क्षण बीजिंग भेजने में सक्षम था। सोमवार को एक खबर में यह जानकारी दी गई।
जनवरी के अंत में अमेरिका के हवाई क्षेत्र में तीन बसों के आकार का एक संदिग्ध चीनी जासूसी गुब्बारा देखा गया था।
‘एनबीसी न्यूज’ ने तीन अधिकारियों के हवाले से अपनी एक खबर में कहा कि चीन गुब्बारे को नियंत्रित करने में सक्षम था, ताकि यह एकत्र की गई जानकारी को वास्तविक समय (रियल-टाइम) पर बीजिंग भेज सके।
खबर के अनुसार चीन ने जो खुफिया जानकारी एकत्र की, वह ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक संकेतों से प्राप्त की गई थी।
तीन अधिकारियों ने बताया कि यदि अमेरिका इस गुब्बारे से जानकारी भेजे जाने को रोकने के प्रयास नहीं करता तो चीन संवेदनशील क्षेत्रों से काफी खुफिया जानकारी एकत्र कर सकता था।
बाइडन प्रशासन के अनुसार यह गुब्बारा सबसे पहले 28 जनवरी को अलास्का से अमेरिकी हवाई क्षेत्र में घुसा था।
अगले चार दिनों में, इसने मोंटाना में माल्मस्ट्रॉम वायुसेना अड्डे के ऊपर उड़ान भरी थी, जहां अमेरिका के कुछ परमाणु आयुध रखे हुए हैं।
इस घटनाक्रम ने अमेरिका और चीन के बीच पहले से जारी तनाव को और बढ़ा दिया। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने फरवरी में बीजिंग की अपनी यात्रा स्थगित कर दी थी।
अपनी प्रतिक्रिया में, बीजिंग ने कहा था कि यह गुब्बारा असैन्य उद्देश्यों से संबंधित था, जो अपने निर्धारित मार्ग से भटक गया था।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने चीनी विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर पोस्ट किए गए एक बयान में कहा, ‘‘यह गुब्बारा चीन से है और इसका उपयोग मुख्य रूप से मौसम संबंधी अनुसंधान के लिए किया जाता है।’’
गौरतलब है कि अमेरिका ने चार फरवरी को दक्षिण कैरोलिना तट पर अटलांटिक महासागर में चीन के एक जासूसी गुब्बारे को मार गिराया था।
अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा था, ‘‘राष्ट्रपति जो बाइडन के निर्देश पर आज दोपहर एक लड़ाकू विमान ने चीन के जासूसी गुब्बारे को अमेरिकी वायु क्षेत्र में दक्षिण कैरोलिना तट पर समुद्र के ऊपर मार गिराया।’’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)