विदेश की खबरें | चीनी सेना के एकीकृत प्रशिक्षण अभ्यास का ‘नया मॉडल’ अग्रिम पंक्ति तक पहुंचा: पीएलए डेली
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

बीजिंग, तीन दिसंबर चीनी सेना ने एकीकृत युद्ध तत्परता अभ्यास को अग्रिम पंक्ति तक ले जाने का एक ‘‘महत्वपूर्ण लक्ष्य’’ हासिल किया है। इस अभ्यास का मकसद सैनिकों को आधुनिक युद्ध परिदृश्यों से परिचित कराने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम में सुधार करना है। सेना के ‘पीएलए डेली’ अखबार ने यह जानकारी दी।

‘पीएलए डेली’ ने सोमवार को केंद्रीय सैन्य आयोग (सीएमसी) के हवाले से बताया कि ‘एकीकृत प्रशिक्षण समूह अभ्यास का नया मॉडल’ अग्रिम पंक्ति तक पहुंच गया है।

चीनी सेना के समाचार पत्र के अनुसार, पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने अपने प्रशिक्षण कार्यक्रम को आधुनिक बनाने में बड़ी प्रगति हासिल की है, क्योंकि वह आधुनिक युद्ध परिदृश्यों में अपनी तैयारियों को मजबूती देना चाहती है।

हांगकांग के ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ ने रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि एकीकृत प्रशिक्षण के लिए नया मॉडल पीएलए की अग्रिम पंक्ति तक पहुंच गया है, जिसमें विभिन्न इकाइयों द्वारा एक टीम के रूप में काम करने का अभ्यास और युद्ध में विशिष्ट रणनीति का समन्वित उपयोग शामिल है।

रिपोर्ट में राष्ट्रपति शी चिनफिंग की अध्यक्षता वाली सीएमसी का हवाला देते हुए कहा गया है कि यह कदम प्रशिक्षण को अधिक यथार्थवादी और वास्तविक युद्ध स्थितियों के साथ निकटता से जोड़ना है, ताकि सैन्य तत्परता और अभियानगत क्षमता में समग्र सुधार हो सके।

चीन द्वारा एकीकृत सैन्य प्रशिक्षण को अग्रिम पंक्ति तक ले जाना भारत के साथ 3,488 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के लिए भी महत्वपूर्ण है। दोनों देशों ने हाल ही में पूर्वी लद्दाख में अपने सैन्य गतिरोध को सुलझाया है। इस गतिरोध के कारण चार साल से अधिक समय तक दोनों देशों के संबंध तनावपूर्ण रहे।

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