जरुरी जानकारी | श्रीलंका को 2.5 अरब डॉलर की ऋण सुविधा देने पर विचार कर रहा चीन

कोलंबो, 21 मार्च चीन गंभीर वित्तीय संकट से जूझ रहे श्रीलंका को 2.5 अरब डॉलर की ऋण सुविधा देने पर विचार कर रहा है।

श्रीलंका में चीन के राजदूत की झेनहॉन्ग ने सोमवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि श्रीलंका ने चीन से 2.5 अरब डॉलर की ऋण सुविधा मांगी है जिसमें 1.5 अरब डॉलर का खरीदार ऋण भी शामिल है। उन्होंने कहा, “श्रीलंका के इस अनुरोध पर अभी विचार किया जा रहा है।”

इसके पहले भारत की तरफ से भी श्रीलंका को 50 करोड़ डॉलर की ऋण सुविधा दी जा चुकी है। फरवरी में दी गई इस ऋण सुविधा का इस्तेमाल श्रीलंका को पेट्रोलियम उत्पादों की खरीद के लिए करना था।

इसके साथ ही झेनहॉन्ग ने कहा कि दोनों देश अब इस पर चर्चा करेंगे कि कर्ज और खरीदार ऋण का इस्तेमाल किस तरह से किया जाएगा।

खरीदार ऋण किसी विदेशी कर्जदाता की तरफ से आयातक को उत्पाद या सेवाओं की खरीद के लिए दिया जाने वाला अल्पावधि ऋण होता है। एक निर्यात वित्त एजेंसी इस कर्ज की गारंटी देती है जिससे निर्यातक के लिए जोखिम कम हो जाता है।

हालांकि, झेनहॉन्ग ने इस सवाल का कोई सीधा जवाब नहीं दिया कि क्या चीन श्रीलंका पर बकाया कर्ज का पुनर्गठन करने की सोच रहा है? उन्होंने यह जरूर कहा कि चीन श्रीलंका की मौजूदा स्थिति का फायदा नहीं उठाना चाहता है और उसकी मदद के लिए हमेशा तैयार है।

विदेशी मुद्रा संकट की वजह से श्रीलंका पेट्रोलियम उत्पादों एवं अन्य जरूरी सामान की खरीद नहीं कर पा रहा है। इसी समस्या से निजात पाने के लिए उसने पहले भारत और अब चीन से ऋण सुविधा लेने का रास्ता चुना है।

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