अहमदाबाद, 21 सितंबर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि गुजरात विश्वविद्यालय और जैन अंतरराष्ट्रीय संगठन (जेआईओ) द्वारा स्थापित यूपीएससी प्रशिक्षण केंद्र प्रशासकों को प्रशिक्षित करने में मदद करेगा जहां ‘उपनिषदों’ से लेकर ‘उपग्रह’ तक की जानकारी प्रदान की जायेगी ।
वह शनिवार को ‘प्रज्ञा पीठम-गुजरात विश्वविद्यालय एवं जेआईओ यूपीएससी प्रशिक्षण केंद्र के उद्घाटन के लिए आयोजित ई-कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे जिसके पहले बैच में 200 उम्मीदवार हैं।
रूपाणी ने कहा, ‘‘अच्छे प्रशासक बनाने में यूपीएससी प्रशिक्षण केंद्र युवाओं को महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करेगा। जैसा की भूपेंद्रसिंह चूडासमा (राज्य के शिक्षा मंत्री) ने कहा कि संतों का आशीर्वाद न केवल व्यक्तिगत करियर को उन्नति देगा बल्कि यह प्रशासकों में लोगों के लिए दया, जुझारुपन, करुणा, संस्कृति और परंपरा का भी ज्ञान कराएगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ जैसा कि कहा गया कि उपनिषद से उपग्रह...हमने उपग्रह प्रक्षेपित किया और लोगों को संस्कारी बनाने के लिए उपनिषद भी पढ़ाया।’’
रूपाणी ने कहा कि केंद्र जाति, संप्रदाय और धर्म से परे होकर युवाओं को नये भारत के लिए प्रशासक बनाने का अवसर प्रदान करेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘ केंद्र प्रधानमंत्री के नये भारत की दुष्टि, आत्मनिर्भर भारत को मूर्त रूप देने और राम राज्य स्थापित करने में मदद करेगा। जब देश को ऐसे प्रशासकों की जरूरत होगी तब गुजरात के लोग यूपीएससी के काडर में शामिल होकर आईएएस, आईपीएस और आईआरएस अधिकारी बनेंगे।’’
भूपेंद्र सिंह ने कहा कि जब अधिकारी को सरकार की नीतियों को लागू करने की जरूरत होती है तो ‘‘धार्मिक माहौल में मिला सही प्रशिक्षण’’ से वे बेहतर तरीके से नीतियों को लागू करने के साथ लोगों की समस्याओं को भी समझ सकते हैं।’’
गौरतलब है कि इस केंद्र में पूरे राज्य के यूपीएससी अकांक्षी उम्मीदवारों को प्रशिक्षण दिया जाएगा और यहां छात्रावास की सुविधा भी दी जाएगी।
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