America: अमेरिका में कई स्थानों पर भारतीय-अमेरिकियों ने की छठ पूजा
छठ पूजा(Photo Credits: Wikimedia Commons)

वाशिंगटन, 12 नवंबर : अमेरिका (America) में बड़ी संख्या में भारतीय-अमेरिकियों ने नदी के तटों, तलाबों और अस्थायी जलाशयों पर एकत्रित होकर छठ पूजा (Chhath Puja) की. कोविड-19 के कारण पिछले साल छठ पूजा के लिए कम संख्या में लोग एकत्रित हुए थे, लेकिन इस साल बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने यह त्योहार मनाया. इसके लिए कई लोगों ने कई मील का सफर भी तय किया. वाशिंगटन के वर्जीनिया उपनगर में, 400 से अधिक भारतीय-अमेरिकी लोगों ने बुधवार शाम और बृहस्पतिवार सुबह पोटोमैक नदी के तट पर सूर्यास्त तथा सूर्योदय के समय सूर्य की पूजा की. छठ का त्योहार मुख्य तौर पर भारत के बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश राज्यों में मनाया जाता है. इस दौरान लोग व्रत रखते हैं, नदी में स्नान करते हैं और सूर्य भगवान की पूजा करते हैं. ग्रेटर वाशिंगटन क्षेत्र के भारतीय-अमेरिकी समुदाय के नेता कृपा सिंह ने कहा, ‘‘ हम उम्मीद कर रहे हैं कि अगले साल तक यह त्योहार हमेशा की तरह पूरे जोर-शोर से मनाया जाएगा और 800 के करीब लोग इसमें हिस्सा लेंगे.’’

‘खरना’ से सुबह के ‘अर्घ्य’ तक की पूरी पूजा को ज़ूम और फेसबुक पर उन लोगों के लिए ‘लाइव स्ट्रीम’ किया गया, जो वैश्विक महामारी के कारण यहां नहीं आ सके ‘बिहार झारखंड एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका’ (बीजेएएनए) ने न्यू जर्सी के थॉम्पसन पार्क में लगातार पांचवी बार छठ पूजा समारोह का आयोजन किया. एरिज़ोना, अर्कांसस, पेनसिल्वेनिया, फ्लोरिडा, टेक्सास के अलावा, इस वर्ष कनेक्टिकट में भी इसे मनाया गया और बड़ी संख्या में भारतीय-अमेरिकियों वहां पहुंचे. अधिकांश समारोह स्थल पर समुदाय के सदस्यों ने खाना और प्रसाद भी स्वयं ही बनाया. यह भी पढ़ें : America: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने दिवाली की शुभकामनाएं दीं

‘बिहार फाउंडेशन’ ने छठ मनाते कुछ लोगों की तस्वीरें साझा की और कहा, ‘‘ त्योहारों की तरह लोगों को कोई करीब नहीं ला सकता. अमेरिका में भारतीय प्रवासी, मुख्य रूप से बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश से नाता रखने वाले लोगों ने उत्तरी कैरोलाइना में छठ घाट पर इस त्योहार को मनाया.’’ फाउंडेशन ने पूरे अमेरिका और दुनिया के विभिन्न हिस्सों में मनाए गए छठ समारोह की तस्वीरें और वीडियो भी साझा किए. ‘बिहार फाउंडेशन’, बिहार सरकार की एक पहल है, जिसकी शुरुआत राज्य और प्रवासियों के बीच सम्पर्क को कायम करने के लिए की गई है.