ताजा खबरें | छत्तीसगढ़ सरकार से ओडिशा के लिए पानी छोड़ने को कहे केंद्र :बीजद सांसद

नयी दिल्ली, 18 मार्च बीजू जनता दल के एक सांसद ने बृहस्पतिवार को लोकसभा में महानदी जल विवाद के विषय को उठाया और केंद्र से अनुरोध किया कि छत्तीसगढ़ सरकार से ओडिशा के लिए पानी छोड़ने को कहा जाए।

बीजद के भर्तृहरि महताब ने शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए कहा कि हीराकुंड बांध पर छत्तीसगढ़ में कई बैराज बन गये जिनकी वजह से आज हालत यह है कि मार्च महीने में भी हीराकुंड जलाशय का जलस्तर छह फुट नीचे आ गया है।

उन्होंने कहा कि इससे आगे के कुछ महीने में पैदा होने वाली पानी की समस्या का आकलन किया जा सकता है।

महताब ने कहा कि इससे सिंचाई और जल संचय की समस्या होगी तथा ओडिशा में जलसंकट रहेगा।

उन्होंने कहा कि ओडिशा सरकार ने इस संबंध में छत्तीसगढ़ सरकार को चेताया है।

महताब ने कहा, ‘‘मेरा केंद्र सरकार से अनुरोध है कि छत्तीसगढ़ सरकार से कहे कि आपस में बातचीत कर पानी की व्यवस्था की जाए। ओडिशा के लिए पानी छोड़ा जाए।’’

शून्यकाल में भाजपा के सुब्रत पाठक ने दिल्ली विश्वविद्यालय में सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों के लिए आरक्षित सीटें खाली होने का विषय उठाया और शिक्षकों को वेतन नहीं मिलने संबंधी अनेक समस्याओं के निराकरण की जरूरत बताई।

राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के हनुमान बेनीवाल ने राजस्थान की राजसमंद झील के संरक्षण के लिए राजस्थान सरकार को निर्देश जारी करने की मांग की ताकि क्षेत्र की मीठे पानी की कमी की समस्या का समाधान हो सके।

भाजपा के सुशील कुमार सिंह ने कहा कि छोटे मोटे जमानती अपराधों में देशभर में लाखों गरीब लोग जेलों में बंद हैं। ऐसे लोगों के पास जमानत के लिए घर, खेत और वाहन आदि कोई संपत्ति नहीं होती।

उन्होंने सरकार से अनुरोध किया कि ऐसे लाखों गरीबों को जेलों से छोड़ा जाना चाहिए जिनके अपराध जघन्य की श्रेणी में नहीं आते।

एनपीएफ की अगाथा संगमा ने मेघालय की आधिकारिक गारो खासी को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किये जाने की मांग की।

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