लखनऊ, 20 नवंबर उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिये बुधवार को मतदान के बीच सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच जोरदार सियासी झड़प हुई। दोनों ही पार्टियों ने एक-दूसरे पर धांधली और गुंडागर्दी के आरोप लगाये।
सपा ने निर्वाचन आयोग की भूमिका पर सवाल खड़े करते हुए भाजपा पर मतदान में धांधली का आरोप लगाया। वहीं, भाजपा ने आरोप लगाया कि सपा के कार्यकर्ता ‘गुंडागर्दी’ कर रहे हैं। साथ ही साथ महिलाएं और पुरुष भी बुर्का पहनकर ‘फर्जी मतदान’ कर रहे हैं।
सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ में आयोजित प्रेस वार्ता में आरोप लगाया कि भाजपा उपचुनाव जीतने के लिए वोट के बजाय 'बेईमानी' पर भरोसा कर रही है।
उन्होंने दावा किया, ''हमने करहल, सीसामऊ, मीरापुर, कुंदरकी और फूलपुर, मझवां सहित विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों में अनियमितताओं के बारे में शिकायतें दर्ज कराई हैं। इन शिकायतों के बावजूद ऐसा लगता है कि निर्वाचन आयोग इन पर आंखें मूंदे हुए है। ऐसा लगता है कि निर्वाचन आयोग की संवेदनाएं अब काम नहीं कर रही हैं।''
यादव ने आरोप लगाया, ''भाजपा इन उपचुनावों को वोट के जरिए नहीं बल्कि जोड़-तोड़ के जरिए जीतना चाहती है। हार के डर से भाजपा प्रशासन पर अनुचित तरीके से काम करने का दबाव बना रही है।''
उन्होंने कहा, "मैं अपने मतदाताओं से अपील करता हूं कि वे मतदान केंद्रों पर जाएं, सिर्फ एक बार नहीं बल्कि कई बार और तब तक वहीं रहें जब तक वे अपना वोट न डाल दें। यह हमें दिया गया अधिकार है और हर किसी को इसका इस्तेमाल करना चाहिए।"
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने सपा की पिछली शिकायतों के जवाब में निर्वाचन आयोग के निर्देशों का भी हवाला दिया और कहा कि निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट रूप से निर्देश दिया था कि पुलिस किसी को नहीं रोक सकती, तलाशी नहीं ले सकती या पहचान पत्र नहीं देख सकती और इसके बावजूद, भाजपा बेईमानी का सहारा ले रही है क्योंकि उन्हें पता है कि वे जनता का समर्थन खो रहे हैं।
यादव ने भाजपा पर अपने समर्थकों की उदासीनता की भरपाई के लिए विपक्षी मतदाताओं को मतदान करने से रोकने का आरोप लगाया।
उन्होंने दावा किया, "उनके अपने ही कई लोग उनका विरोध कर रहे हैं। उनके मतदाता खिसक रहे हैं और यहां तक कि उनके खिलाफ मतदान भी कर रहे हैं। भाजपा हमारे समर्थकों को मतदान करने से रोकने के लिए पुलिस का इस्तेमाल कर रही है क्योंकि उनके अपने मतदाता मतदान करने नहीं आ रहे हैं।"
यादव ने जोर देकर कहा कि भाजपा की हताशा सत्ता पर उसकी पकड़ कमजोर होने का संकेत देती है।
उन्होंने कहा, "उनका सिंहासन हिल रहा है और वे घबराए हुए हैं क्योंकि जनता और उनके अंदरूनी गुट दोनों ही उनके खिलाफ हैं।"
यादव के इन आरोपों पर पलटवार करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह ने सपा कार्यकर्ताओं पर उपचुनाव के दौरान ‘गुंडागर्दी’ करने का आरोप लगाया।
उन्होंने दावा किया कि सपा समर्थक बाहरी लोगों और असामाजिक तत्वों को लाकर चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं तथा बुर्का पहनी महिलाएं फर्जी मतदान कर रही हैं।
सिंह ने लखनऊ में प्रेस वार्ता में आरोप लगाया, ''पीडीए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) का नारा देने वाले अखिलेश यादव के लाल टोपी वाले गुंडे आतंक फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। ना तो सरकार, ना ही भारतीय जनता पार्टी और ना ही उत्तर प्रदेश की जनता इसे बर्दाश्त करेगी।''
सिंह ने पुलिस से मतदाताओं के पहचान पत्रों की जांच न करने की मांग करने के लिए सपा की भी आलोचना की और उन पर चुनाव प्रक्रिया में हेराफेरी करने के लिए फर्जी पहचान पत्रों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, ''फर्जी मतदान समाजवादी पार्टी की पहचान बन गया है।"
प्रदेश भाजपा प्रमुख ने यह भी दावा किया कि सपा उपचुनाव वाले इलाकों में बाहरी लोगों और असामाजिक तत्वों को चुनाव को प्रभावित करने के लिए लायी है।
उन्होंने कहा, ''जिस तरह से बुर्का पहनी महिलाएं फर्जी मतदान में हिस्सा ले रही हैं, वह सभी के सामने है।''
सिंह ने कहा कि मैनपुरी में सैफई परिवार और अखिलेश यादव के गुंडे कथित तौर पर आतंक फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने मैनपुरी के करहल में कथित तौर पर सपा को वोट देने से इनकार करने पर 23 वर्षीय युवती की हत्या किये जाने का जिक्र करते हुए कहा, ''न तो सरकार, न ही भारतीय जनता पार्टी और न ही उत्तर प्रदेश की जनता इसे बर्दाश्त करेगी। पीडीए का नारा देने वाले अखिलेश यादव के लाल टोपी वाले गुंडों को काबू में रखा जाना चाहिए। पुलिस और प्रशासन जरूरत पड़ने पर कार्रवाई करेगा।''
सिंह ने सपा पर निर्वाचन आयोग की ईमानदारी पर सवाल उठाकर अपनी ही साख को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ''वे अराजकता पैदा कर रहे हैं। अराजकता ही उनकी पहचान है।''
उन्होंने दावा किया कि सपा फर्जी पहचान पत्र बनाकर मतदाताओं को 'आउटसोर्स' कर रही है।
इस बीच, प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने एक अन्य प्रेस वार्ता में सपा पर गुंडों और अपराधियों की पार्टी होने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, ''सपा को जब भी सत्ता मिलती है तो वह अपराधियों की मदद करती है। उपचुनाव शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा था, मगर सपा के गुंडे और माफिया हर विधानसभा क्षेत्र में हंगामा कर रहे हैं। बेकसूर जनता सपा को वोट नहीं दे रही है लेकिन वे वोट लेने के लिये मतदाताओं को धमका रहे हैं।''
पाठक ने दावा किया, ''हमने इन चुनावों में देखा है कि पुरुष बुर्का पहनकर वोट डाल रहे हैं। भाजपा ने इस बारे में निर्वाचन आयोग से शिकायत दर्ज कराई है।''
करहल में एक युवती की हत्या की घटना का जिक्र करते हुए पाठक ने कहा कि वह दलित समुदाय से अपील करना चाहते हैं कि वे इस अपराध पर ध्यान दें और सपा को कभी माफ न करें।
उन्होंने कहा, "सपा अब यादव समुदाय की पार्टी नहीं रही। यह अब केवल एक परिवार तक सीमित रह गई है, जो निंदनीय है।''
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