इटावा, चार अगस्त उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के ऊसराहर थाना क्षेत्र में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर एक डबल डेकर बस के शनिवार देर रात गलत दिशा से आ रही कार से टकराने के बाद खंदक में पलट जाने से सात लोगों की मौत हो गई और 25 अन्य घायल हो गए।
पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा ने रविवार को संवाददाताओं को बताया कि तीन/चार अगस्त की दरमियानी रात को करीब पौने एक बजे नगालैंड के नंबर वाली एक डबल डेकर बस रायबरेली से दिल्ली जा रही थी, तभी वह रास्ते में इटावा जिले के ऊसराहर थाना क्षेत्र में किलोमीटर संख्या 129 के पास सामने से आ रही कार से टकरा गई। बताया जा रहा है कि कार में सवार परिवार राजस्थान के मेहंदीपुर बालाजी में दर्शन के बाद कन्नौज के तालग्राम में अपने घर लौट रहा था।
वर्मा के अनुसार, ऐसा प्रतीत होता है कि कार चालक को नींद आ गई और गलत लेन में दाखिल होने के कारण उसकी गाड़ी सामने से आ रही बस से टकरा गई। उन्होंने बताया कि टक्कर से अनियंत्रित हुई बस सड़क के किनारे खंदक (गहरा गड्ढा) में जा गिरी।
वर्मा के मुताबिक, इस हादसे में कार सवार मोनू (25), उसकी मां चंदा देवी (52) और प्रद्युम्न (24) तथा बस सवार ओमप्रकाश (50) की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। उन्होंने बताया कि पुलिस तीन अज्ञात शवों की शिनाख्त की कोशिश कर रही है।
वर्मा के अनुसार, हादसे में 25 अन्य लोग घायल हो गए। उन्हें पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है।
वर्मा ने बताया कि बस में करीब 60 लोग सवार थे। उन्होंने कहा कि सुरक्षित बचे लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया है।
बस में सवार रंजना नाम की एक यात्री ने कहा कि चालक कई बार टोके जाने के बावजूद वाहन चलाते समय लगातार फोन का इस्तेमाल कर रहा था।
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