जयपुर, 22 नवंबर कांग्रेस ने उद्योगपति गौतम अदाणी द्वारा भारतीय अधिकारियों को रिश्वत देने के आरोपों को गंभीर बताते हुए इसकी जांच संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से करवाने की मांग की है।
कांग्रेस की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा तथा नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने इस मुद्दे को लेकर यहां संवाददाताओं से बात की।
उल्लेखनीय है कि अमेरिकी अभियोजकों ने उद्योगपति अदाणी पर सौर ऊर्जा अनुबंधों के लिए अनुकूल शर्तों के बदले भारतीय अधिकारियों को लगभग 2,200 करोड़ रुपये की रिश्वत देने की योजना का हिस्सा होने का आरोप लगाया था।
डोटासरा ने इसको लेकर कहा, ''कांग्रेस रिश्वतखोरी के इन गंभीर आरोपों की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से गहराई से जांच की मांग करती है, जिसके कथित तौर पर ठोस सबूत हैं।''
उन्होंने कहा, ''अगर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विपक्ष शासित राज्यों और जम्मू-कश्मीर के इस मामले में शामिल होने का आरोप लगाती है, तो अप्रत्यक्ष रूप से यह भी स्वीकार कर रही है कि अदाणी ने अधिकारियों को रिश्वत दी। क्या यह अपराध नहीं है?''
कांग्रेस नेता ने कहा, ''ऐसा क्यों है कि विपक्षी दलों की सरकारों के मुख्यमंत्रियों को 31 करोड़ या 100 करोड़ रुपये के आरोपों के लिए गिरफ्तार किया जाता है, लेकिन प्रधानमंत्री के करीबी सहयोगी पर 2,000 करोड़ रुपये के आरोप होने के बावजूद वे खुलेआम घूम रहा है? कानून के अमल में ये भेदभाव राष्ट्र के साथ अन्याय है।''
डोटासरा ने इस मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर भी निशाना साधा।
डोटासरा ने कहा, ''केंद्र की सरकार से, देश के प्रधानमंत्री मोदी जी से पूरी तरीके से अदाणी जी की सांठ गांठ है। अदाणी जी का व्यापार जो अवैध रूप से फल फूल रहा है वो देश के प्रधानमंत्री के संरक्षण में है। इसलिए कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि इनकी जांच की जाए। ऐसे दोषी अफसरों व नेताओं को पकड़ा जाए और जेल की हवा खिलाई जाए।''
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