देश की खबरें | मुक्केबाजी सिर्फ पुरुषों का खेल नहीं: मेरीकोम
जियो

नयी दिल्ली, 10 जून छह बार की विश्व चैंपियन और ओलंपिक पदक विजेता एमसी मेरीकोम ने बुधवार को आनलाइन क्लास के दौरान 25 हजार छात्रों के साथ अपने जीवन की कहानी साझा करते हुए कहा कि मुक्केबाजी सिर्फ पुरुषों का खेल नहीं है।

राज्य सभा की सदस्य मेरीकोम ने ‘लीजेंड्स आफ अनएकेडमी’ कार्यक्रम के हिस्से के तहत लाइव सत्र का संचालन किया।

यह भी पढ़े | मणिपुर में आज कोरोना के 2 नए मामले दर्ज किए गए : 10 जून 2020 की बड़ी खबरें और मुख्य समाचार LIVE.

विज्ञप्ति के अनुसार यह सत्र 60 मिनट चला जिसमें मेरीकोम ने अपनी यात्रा, इस दौरान आई अड़चनों और उन्होंने सफलता हासिल करने के लिए अड़चनों को कैसे पार किया इस बारे में बात की।

लंदन ओलंपिक 2012 की कांस्य पदक विजेता मेरीकोम ने सत्र में हिस्सा ले रही लड़कियों को विशेष संदेश देते हुए कहा, ‘‘मुक्केबाजी सिर्फ पुरुषों का खेल नहीं है।’’

यह भी पढ़े | India-China Border Dispute: मोदी सरकार पर कांग्रेस का बड़ा हमला, कहा- राहुल गांधी को आंख दिखाने के बजाय चीन से निपटें.

उन्होंने छात्रों के सवालों के जवाब दिए।

मेरीकोम ने छात्रों से कहा, ‘‘जीवन में कई बाधाएं आती हैं लेकिन लोगों को कड़ी मेहनत जारी रखनी चाहिए और अपने लक्ष्य को लेकर प्रतिबद्ध होना चाहिए। कभी हार नहीं माननी चाहिए और कैसे भी हालात हों , अपने जुनून को आगे बढ़ाना चाहिए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘अपने ऊपर भरोसा रखो, अगर कोई कर सकता है तो आप भी ऐसा कर सकते हो। ऐसा कुछ नहीं है जो आसानी से मिलता है, आपको सभी बाधाओं को पार करके आगे बढ़ते रहना चाहिए। एकाग्रता, अनुशासन, प्रतिबद्धता और इच्छाशक्ति सफलता हासिल करने के लिए अहम हैं।’’

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)