
गाजियाबाद (उप्र), 30 मार्च गाजियाबाद के लोनी से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक नंद किशोर गुर्जर ने पार्टी द्वारा अनुशासनहीनता के लिए जारी कारण बताओ नोटिस का जवाब भेज दिया है और आरोप लगाया कि शहर में एक कलश यात्रा के दौरान सांप्रदायिक तनाव पैदा करने और उनकी हत्या करने की साजिश रची गई थी।
भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी को 27 मार्च को भेजे जवाब में गुर्जर ने यह दावा किया कि लखनऊ में तैनात भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के एक अधिकारी ने उन्हें पहले ही सूचित कर दिया था कि स्थानीय पुलिस राम कथा से पहले विधायक द्वारा आयोजित कलश यात्रा के दौरान बाधा उत्पन्न करेगी।
अपने स्पष्टीकरण पत्र में गुर्जर ने कहा, ‘‘राम कथा से पहले लगभग 11 हजार महिलाएं अपने सिर पर कलश लेकर जा रही थीं, जिन्हें पुलिस ने यह कहकर रोक लिया कि आयोजकों ने कलश यात्रा की अनुमति नहीं ली है। पुलिस ने उनके और कुछ समर्थकों के साथ मारपीट की जिससे उन्हें चोटें आईं।’’
गुर्जर ने बताया कि उन्होंने कलश यात्रा के लिए लोनी प्रशासन से अनुमति ले ली थी।
उन्होंने कहा, ‘‘...लेकिन पुलिस ने उपवास में सिर पर कलश रखकर नंगे पैर चल रही महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया। तीन मुस्लिम लड़कों ने मुझे पहले ही बता दिया था कि पुलिस ने उनके साथ मिलकर लोनी में सांप्रदायिक दंगा भड़काने के लिए छतों से पत्थरबाजी करने की योजना बनाई थी। पुलिस इसे मुझ पर गोली चलाने का बहाना बनाना चाहती थी।’’
विधायक ने अपने जवाब में कहा, ‘‘लखनऊ में तैनात एक आईपीएस अधिकारी ने मुझे पहले ही सूचित कर दिया था कि पुलिस कलश यात्रा में बाधा उत्पन्न करेगी और मुझ पर लाठियां बरसाएगी। यहां तक कि मुझे गोली भी मारी जा सकती है।’’
संपर्क किये जाने पर गुर्जर ने रविवार को ‘पीटीआई-’ से कहा, ‘‘अगर राम कथा का आयोजन करना अनुशासनहीनता है तो राम कथा का आयोजन न करने का निर्देश दिया जाना चाहिए...तब मैं इस पर विचार करूंगा। अभी तक महिलाओं पर लाठीचार्ज के लिए किसी पुलिसकर्मी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इसलिए मेरा मानना है कि पार्टी इस पर जरूर विचार करेगी।’’
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