वाराणसी (उत्तर प्रदेश), तीन मार्च समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्र और उत्तर प्रदेश की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकारों पर बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि युवाओं को नौकरियां नहीं देनी पड़ें, इसलिए वे देश की संपत्तियों को एक-एक कर बेच रही हैं।
अखिलेश ने सपा नीत विपक्षी गठबंधन द्वारा यहां आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए कहा "यह चुनाव वाराणसी को क्योटो बनाने की बात करने वालों और बनारसी मतदाताओं के बीच है।"
उन्होंने कहा "भाजपा दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी होने का दावा करती है लेकिन डबल इंजन की सरकार का कामकाज देख कर मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि दुनिया में कोई और पार्टी इतना झूठ नहीं बोलती होगी जितना भाजपा के नेता बोलते हैं।"
अखिलेश ने कहा "भाजपा किसानों की आय दोगुनी करने का झूठा वादा करके सत्ता में आई थी। सवाल यह है कि क्या किसानों की आमदनी दोगुनी हुई। क्या हमारे युवाओं को नौकरियों के लिए पांच साल तक इंतजार नहीं करना पड़ा। भाजपा के लोग कहते थे कि हवाई चप्पल पहनने वाले को हवाई जहाज की यात्रा कराएंगे लेकिन उन्होंने तो हवाई जहाज और हवाई अड्डे ही बेच दिए। इसके अलावा बंदरगाह भी बेच डाले।"
उन्होंने आरोप लगाया कि जब सरकार की सभी संपत्तियां और सार्वजनिक उपक्रम बेच दिए जाएंगे तो लोगों को नौकरियां कैसे मिलेगीं। उन्होंने कहा, ‘‘ना रहेगा बांस ना बजेगी बांसुरी।’’
सपा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश का मौजूदा विधानसभा चुनाव लोकतंत्र और संविधान बचाने का चुनाव है।
उन्होंने दावा किया कि भाजपा ने वाराणसी को क्योटो जैसा बनाने का सपना दिखाया था लेकिन उसने शहर को बर्बाद कर दिया। उन्होंने कहा कि वाराणसी के लोग भाजपा को इस झूठ के लिए सबक सिखाएंगे। यह चुनाव क्योटो बनाने की बात करने वालों और बनारसी मतदाताओं के बीच है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने महंगाई तथा किसानों की समस्याओं को लेकर भी भाजपा पर जमकर निशाना साधा।
अखिलेश ने कहा कि चुनाव के बाद सपा गठबंधन की सरकार बनने पर पूर्वांचल क्षेत्र का अभूतपूर्व विकास होगा।
सलीम अविनाश
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