सहारनपुर (उत्तर प्रदेश), 10 फरवरी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को परिवारवाद के मुद्दे पर विपक्षी दलों को घेरा और जोर देकर कहा कि उत्तर प्रदेश के विकास की गति बनाए रखने के लिए राज्य में भाजपा की सरकार बहुत जरूरी है. मोदी ने यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपना जो घोषणा पत्र जारी किया है, वह लोक कल्याण का संकल्प पत्र है. उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार जो काम कर रही है उन्हें जारी रखने के लिए उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा कि गरीबों को प्रधानमंत्री आवास योजना के घर मिलते रहें, गरीबों को अच्छे अस्पतालों में पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज, छोटे किसानों के बैंक खाते में प्रधानमंत्री किसान योजना का पैसा सीधे पहुंचता रहे, गरीबों को इस महामारी के समय मुफ्त राशन मिलता रहे इसके लिए उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार जरूरी है. मोदी ने विपक्षी दलों खासकर समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा, "यह मैं इसलिए कह रहा हूं कि यह घोर परिवारवादी लोग सरकार में होते तो शायद कोरोना की वैक्सीन रास्ते में ही कहीं बिक गई होती और आप कोरोना के भय से आतंकित होकर जीवन मृत्यु की लड़ाई लड़ने के लिए मजबूर हो जाते."
उन्होंने कहा, "उत्तर प्रदेश के मतदाताओं ने ठान लिया है कि जो प्रदेश को विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाएगा उसको ही वोट देंगे. जो प्रदेश को दंगा मुक्त रखेगा उसे ही वोट देंगे. यह दंगों का खेल फिर से नहीं आने देना है. जो हमारी बहन बेटियों को भयमुक्त रखेगा हम उसे ही वोट देंगे, जो अपराधियों को जेल भेजेगा हम उसे ही वोट देंगे." मोदी ने प्रदेश की कानून व्यवस्था का जिक्र करते हुए कहा, "सहारनपुर के लोगों मुझे जरा ताकत से जवाब देना... कानून का राज होना चाहिए कि नहीं होना चाहिए... कानून का डंडा चलना चाहिए कि नहीं. हर बहन-बेटी को सुख चैन की जिंदगी मिलनी चाहिए कि नहीं. एक-एक नागरिक को सुरक्षा मिलनी चाहिए कि नहीं. यह जो आप चाहते हैं इसके लिए योगी जी काम कर रहे हैं, तो कहते हैं कि देखो योगी जी ने इसको जेल में डाल दिया, उसको जेल में डाल दिया तो क्या योगी जी उसे महल में भेजें." प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पहली बार किसी रैली स्थल पर पहुंचकर संबोधन दे रहे थे. इससे पहले उन्हें बिजनौर में रैली को संबोधित करना था, लेकिन खराब मौसम के कारण हुआ रैली स्थल पर नहीं पहुंच सके थे जिसके बाद उन्होंने डिजिटल संवाद किया था. यह भी पढ़ें : Jharkhand: झारखंड में नशे के सौदागरों की चल-अचल संपत्ति जब्त करेगी पुलिस, तैयार हो रही है सूची
प्रधानमंत्री ने गन्ना किसानों के मुद्दे पर कहा कि केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार किसानों को चीनी बाजार के उतार-चढ़ाव से होने वाली दिक्कतों से बचाने के लिए एक वृहद अभियान पर काम कर रही है. उन्होंने दावा किया कि यह अभियान गन्ना किसानों को लाभ देने के साथ-साथ उनकी आर्थिक व्यवस्था को एक गारंटी और सुरक्षा देता है, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस काम में उनके कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगे. मोदी ने कहा कि कम समय में ही उत्तर प्रदेश को गन्ने से बने एथेनॉल से 12,000 करोड़ रुपये मिले हैं जो उत्तर प्रदेश के काम आ रहे हैं और इससे गन्ना किसानों को सुरक्षा मिल रही है. मोदी ने कहा कि आने वाले दिनों में यह मामला 12,000 करोड़ रुपये तक सीमित रहने वाला नहीं है बल्कि यह राशि और बढ़ने वाली है जिससे गन्ना किसानों की आमदनी में भी वृद्धि होगी और उनकी समस्याओं का स्थाई समाधान भी निकलेगा. उन्होंने आरोप लगाया, "उत्तर प्रदेश में जो पहले की सरकारें थीं वे इस तरह का विजन (दृष्टिकोण) लेकर काम कर ही नहीं सकती थीं. उसका कारण था परिवारवाद. परिवार के बाहर कभी कुछ देखना ही नहीं, सोचना ही नहीं. आपकी चिंता कभी करनी ही नहीं थी, सब कुछ माफियाओं के भरोसे चलाते रहना था.’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘ इसके उलट हम स्थाई समाधान के रास्ते खोजते हैं, हम हिंदुस्तान के हर गांव और किसान को आत्म सम्मान के साथ जीने का अवसर देने के लिए काम कर रहे हैं."