नयी दिल्ली, 12 नवंबर कांग्रेस ने बिहार विधानसभा चुनाव में खुद के 19 सीटों पर सिमटने पर निराशा जताते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि कांग्रेस की कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) इसकी समीक्षा करेगी।
पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने यह भी कहा कि बिहार का जनादेश नीतीश के पक्ष में नहीं है और दोनों गठबंधनों के बीच मतों का अंतर बहुत ही मामूली है।
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उन्होंने पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ जनादेश तो मुख्यमंत्री के पक्ष में नहीं है। यह बात सही है कि दोनों गठबंधनों के बीच बहुत ही मामूली अंतर है। हमें और बेहतर करना चाहिए था।’’
एक सवाल के जवाब में रमेश ने कहा, ‘‘मैं इस बात से सहमत नहीं हूं कि बिहार के लोगों ने रोजगार, पलायन और महागठबंधन की ओर से उठाए गए अन्य मुद्दों को नकारा है।’’
चिदंबरम ने कहा, ‘‘हम बिहार में अपने प्रदर्शन से निराश हैं। मुझे भरोसा है कि सीडब्ल्यूसी इसकी समीक्षा करेगी और बयान जारी करेगी।’’
उन्होंने इस बात पर जोर दिया, ‘‘बिहार एक गरीब राज्य है। नीतीश कुमार 2005 से मुख्यमंत्री हैं। बिहार में चुनाव नतीजे बताते हैं कि जनादेश बदलाव के बहुत करीब आया। हम जनादेश को स्वीकार करते हैं। ’’
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव में राजग 125 सीटें हासिल करके एक बार फिर से सरकार बनाने जा रहा है। राजद की अगुवाई वाले महागठबंधन को 110 सीटों से ही संतोष करना पड़ा। इस गठबंधन में 70 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस को सिर्फ 19 सीटों पर जीत मिली।
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