नयी दिल्ली, 3 जनवरी : भारतपे (BharatPe) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सुहैल समीर ने पद छोड़ दिया है. समीर का कंपनी के पूर्व संस्थापक अशनीर ग्रोवर के साथ विवाद हुआ था. भारतपे ने बयान में कहा कि समीर सात जनवरी 2023 से रणनीतिक सलाहकार के रूप में सेवाएं देंगे. हालांकि, इसमें समीर के इस्तीफे की वजह नहीं बताई गई है. इसमें आगे कहा गया, ‘‘इससे (समीर की नई भूमिका) मौजूदा मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) नलिन नेगी को हस्तांतरण सुगम तरीके से हो सकेगा जिन्हें अंतरिम सीईओ निुयक्त किया गया है.’’
भारतपे ने कहा कि उसके निदेशक मंडल ने सीईओ की तलाश और उत्तराधिकार की योजना में सहायता के लिए अग्रणी कार्यकारी खोज कंपनी की सेवाओं का लाभ उठाते रहने का फैसला किया है. कथित वित्तीय हेराफेरी के आरोप लगने और ग्रोवर के कंपनी से अलग होने के बाद से इसकी कमान समीर के हाथों में थी. हाल के महीनों में सिकोया समर्थित इस कंपनी से शीर्ष स्तर के कई अधिकारी अलग हुए हैं जिनमें मुख्य तकनीकी अधिकारी विजय अग्रवाल, पोस्टपे प्रमुख नेहुल मल्होत्रा और मुख्य उत्पाद अधिकारी रजत जैन शामिल हैं. प्रौद्योगिकी उपाध्यक्ष गीतांशु सिंगला ने भी इस्तीफा दे दिया है. यह भी पढ़ें : 12.82 Trillion UPI Transactions: भारत में UPI ने दिसंबर 2022 में 7.82 बिलियन लेनदेन के साथ 12.82 ट्रिलियन रुपये का रिकॉर्ड ट्रांजेक्शन किया
समीर की भर्ती ग्रोवर ने ही की थी. भारतपे के निदेशक मंडल के चेयरमैन रजनीश कुमार ने ‘‘भारतपे को भारत में फिनटेक कंपनियों के बीच अग्रणी भूमिका में लाने के लिए’’ समीर के प्रति आभार प्रकट किया. समीर ने कहा, ‘‘मैं रणनीतिक सलाहकार की भूमिका में भारतपे को वृद्धि के रास्ते पर आगे बढ़ाने के लिए काम करता रहूंगा और इसके साथ ही एक पूर्णकालिक निवेशक के तौर पर अपनी यात्रा के अगले चरण पर बढ़ने को भी उत्सुक हूं.’’