वारसॉ, 27 मार्च : अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने शनिवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को हटाने का आह्वान करते हुए कहा, ‘‘यह व्यक्ति सत्ता में नहीं रह सकता.’’ बाइडन के इस बयान के तुरंत बाद व्हाइट हाउस ने स्पष्ट करते हुए कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति रूस में नई सरकार के गठन की बात नहीं कर रहे थे. व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने नाम न उजागर करने की शर्त पर कहा कि बाइडन ‘‘पुतिन के रूस में सत्ता में रहने या सरकार बदलने के बारे में नहीं कह रहे थे.’’ उन्होंने कहा कि बाइडन के कहने का मतलब था कि ‘‘पुतिन को अपने पड़ोसियों या क्षेत्र पर ताकत का इस्तेमाल करने नहीं दिया जा सकता.’’
बाइडन ने पोलैंड की राजधानी वारसॉ में अपने भाषण का इस्तेमाल उदार लोकतंत्र और नाटो सैन्य गठबंधन का बचाव करने के लिए किया. उन्होंने यह भी कहा कि यूरोप को रूसी आक्रामकता के खिलाफ लंबे संघर्ष के लिए खुद को तैयार करना चाहिए.
व्हाइट हाउस ने बाइडन के संबोधन को एक प्रमुख संबोधन बताया. अमेरिकी राष्ट्रपति रॉयल कैसल के सामने बोल रहे थे, जो वारसॉ के उल्लेखनीय स्थलों में से एक है और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था. यह भी पढ़ें : America: अमेरिका ने यूक्रेन को दी स्टिंगर मिसाइल, जर्मनी और नीदरलैंड भी देंगे मदद
उन्होंने पोलैंड में जन्मे पोप जॉन पॉल द्वितीय के कहे शब्दों का जिक्र किया और चेतावनी दी कि यूक्रेन पर पुतिन के आक्रमण से ‘दशकों लंबे युद्ध’ का खतरा है. बाइडन ने कहा, ‘‘इस लड़ाई में हमें स्पष्ट नजर रखने की जरूरत है. यह लड़ाई दिनों या महीनों में नहीं जीती जाएगी.’’ लगभग 1,000 लोगों की भीड़ में कुछ यूक्रेनी शरणार्थी भी शामिल थे, जो यूक्रेन पर हमले के बीच वहां से भागकर पोलैंड और अन्य जगहों पर आ गए हैं.