मुंबई, तीन जुलाई महाराष्ट्र के परभणी जिले में अपराधियों के साथ संपर्क रखने के आरोप में पुलिस के एक सहायक उप निरीक्षक को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है जबकि चार अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है । अधिकारियों ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी ।
परभणी के पुलिस अधीक्षक के. के. उपाध्याय ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ की गयी कार्रवाई की पुष्टि की ।
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अधिकारियों ने बताया कि दो अलग अलग मामलों में यह पता चला कि उनका अपराधियों के साथ साठगांठ है। इसके बाद उनके खिलाफ यह कार्रवाई की गयी है ।
एक अधिकारी ने बताया कि यहां से 500 किलोमीटर दूर परभणी में पुलिस ने जिंतूर में अवैध शराब बेचते हुये दो लोगों को गिरफ्तार किया। उनकी पहचान सुरेश जायसवाल एवं सुनील शितालकर के रूप में की गयी।
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उन्होंने बताया कि तहकीकात के दौरान यह पता चला कि दोनों अपराधियों के साथ जिले के कुछ पुलिसकर्मियों की साठगांठ है।
अधिकारी ने बताया कि आरोपी के मोबाइल फोन में कुछ पुलिसकर्मियों के मोबाइल नंबर एवं बैंक खातों का ब्योरा मिला। इसके बाद मामले में जांच शुरू की गयी ।
उन्होंने बताया कि जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि कम से कम पांच पुलिसकर्मियों का (दो अलग अलग मामलों में) अपराधियों के साथ साठगांठ है और आरोपियों ने उनके खातों में कुछ पैसे भी भेजे हैं ।
मामले को गंभीरता पूर्वक लेते हुये अधिकारियों ने हवलदार सुरेश डोंगरे, विशाल वाघमारे, उद्धव सातपुते एवं शरद मुलगिर को निलंबित कर दिया जबकि सहायक पुलिस उप निरीक्षक हनुमंत कचावे को पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया ।
उपाध्याय ने बताया कि सहायक पुलिस उप निरीक्षक समेत चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई जिंतूर मामले में की गयी है जबकि एक अन्य मामले में एक पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई हुयी है।
उन्होंने कहा कि हमने पुलिसकर्मियों की भूमिका के अनुसार उनके खिलाफ कार्रवाई की है ।
पुलिस अधीक्षक ने चेताया कि जांच जारी है, अगर और पुलिसकर्मी दोषी पाये जाते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी ।
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