गुवाहाटी/शिलांग, 26 नवंबर अंतरराज्यीय सीमा पर विवादित क्षेत्र में हुई हिंसा में छह लोगों की मौत के बाद असम ने शनिवार को लगातार पांचवें दिन लोगों और निजी वाहनों के मेघालय जाने पर पाबंदी जारी रखी। इस हिंसा में छह लोगों की मौत हो गई थी। पुलिस ने यह जानकारी दी।
दूसरी तरफ मेघालय ने प्रदेश के सात प्रभावित जिलों में इंटरनेट सेवा पर रोक शनिवार सुबह साढ़े 10 बजे से अगले 48 घंटे के लिए बढ़ा दी।
मेघालय के प्रभावित जिलों में कानून-व्यवस्था की स्थिति हालांकि धीरे-धीरे सामान्य हो रही है, शिलांग में दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान खुल रहे हैं और सड़कों पर यातायात दिखाई दे रहा है।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि मेघालय की राजधानी में कोई बड़ी घटना नहीं हुई। पश्चिमी जयंतिया हिल्स जिले में सिर्फ कुछ उपद्रवियों ने सड़क पर टायर जलाए।
सुरक्षा बलों की भारी तैनाती के बीच हालांकि विवादित क्षेत्र में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू रही।
असम पुलिस ने राज्य के लोगों को कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए मेघालय की यात्रा नहीं करने की सलाह दी है।
मंगलवार तड़के अवैध रूप से काटी गई लकड़ियों से लदे एक ट्रक को असम के वन कर्मियों द्वारा रोके जाने के बाद असम-मेघालय सीमा पर मुकरोह गांव में हिंसा हुई थी, जिसमें एक वन रक्षक समेत छह लोगों की मौत हो गई थी।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘हम असम के लोगों से फिलहाल मेघालय की यात्रा नहीं करने को कह रहे हैं। लेकिन अगर किसी को आपात स्थिति के कारण पड़ोसी राज्य जाना पड़ता है, तो हम उसे मेघालय पंजीकृत वाहन में जाने के लिए कह रहे हैं।’’
गुवाहाटी के जोराबाट इलाके और कछार जिले में मंगलवार से बैरिकेड लगाए गए हैं, जो पहाड़ी राज्य के दो मुख्य प्रवेश बिंदु हैं। वाणिज्यिक वाहन हालांकि बिना किसी प्रतिबंध के चलते रहे।
असम पेट्रोलियम मजदूर संघ द्वारा टैंकरों और चालक दल पर हमले के डर से असम से ईंधन का परिवहन बृहस्पतिवार को निलंबित कर दिया गया था लेकिन मेघालय सरकार द्वारा सुरक्षा के आश्वासन के बाद शुक्रवार को इसे फिर से शुरू किया गया।
दूसरी ओर, मेघालय सरकार ने पश्चिम और पूर्वी जयंतिया हिल्स, ईस्ट खासी हिल्स, री-भोई, ईस्टर्न वेस्ट खासी हिल्स, वेस्ट खासी हिल्स और साउथ वेस्ट खासी हिल्स में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर रोक अगले 48 घंटे यानी सोमवार सुबह साढ़े 10 बजे तक के लिए बढ़ा दी। गृह विभाग के प्रधान सचिव शकील अहमद की ओर से सोमवार को जारी अधिसूचना में यह जानकारी दी गई।
सरकार ने कहा कि सोशल मीडिया और मैसेजिंग ऐप का दुरुपयोग किया जा सकता है जिससे कानून व्यवस्था चरमरा सकती है।
असम और मेघालय के बीच 884.9 किलोमीटर लंबी अंतर-राज्यीय सीमा से सटे 12 क्षेत्रों में लंबे समय से विवाद है और जिस स्थान पर हिंसा हुई वह उन क्षेत्रों में से एक है।
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