गाजियाबाद (उप्र), 25 सितंबर : गाजियाबाद (Ghaziabad) पुलिस उस लड़के के शव की तलाश कर रही है जिसकी कथित तौर पर उसके ही चाचा ने संपत्ति विवाद में अपहरण के बाद हत्या की है. पुलिस ने बताया कि 15 अगस्त को ब्रिजेश त्यागी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई की उसके बेटे रिशु का करीब एक सप्ताह से पता नहीं चल रहा है. इसके एक सप्ताह बाद 22 अगस्त को उन्होंने प्राथमिकी दर्ज कराई कि संपत्ति विवाद में उनके बेटे का कुछ करीबी रिश्तेदारों ने ही 14 दिन पहले अपहरण कर लिया है.
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) इराज राजा ने बताया कि परिस्थिति जन्य सबूतों और इलेक्ट्रॉनिक निगरानी के आधार पर पुलिस दल ने मुरादनगर के बसंतपुर गांव निवासी लीलू (त्यागी के छोटे भाई), संभल जिले के राहुल और हापुड़ जिले के सुरेंद्र को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया. उन्होंने बताया कि पूछताछ में मुख्य आरोपी ने रिशु का अपहरण कर हत्या करने और सुरेंद्र, विक्रांत, मुकेश और राहुल की मदद से शव बुलंदशहर में नहर में फेंकने की बात स्वीकार की. पुलिस के मुताबिक लीलू ने कहा, ‘‘करीब 20 साल पहले वर्ष 2001 में मैंने अपने बड़े भाई सुधीर त्यागी की हत्या की और उसके कुछ महीने बार उनकी आठ साल की बेटी पायल को जहर देकर मारा डाला. यह भी पढ़ें : Chhattisgarh: रायपुर में शुरू हुई तीरंदाजी, बालिका फुटबाल एवं बालक-बालिका एथेलेटिक्स अकादमी
इसके तीन साल बाद मैंने बड़े भाई की बड़ी बेटी पारुल (16) की हत्या की और शव हिंडन नदी में फेंक दिया. आठ साल पहले मैंने बड़े भाई ब्रिजेश के बेटे निशु की हत्या की और उसका शव हिंडन नदी में फेंक दिया.’’ पुलिस के मुताबिक परिवार के सभी सदस्यों की हत्या लीलू (45) ने पैतृक जमीन के लिए की जिसकी कीमत करीब पांच करोड़ रुपये है.