उदयपुर, एक जुलाई उदयपुर में वार्षिक धार्मिक जुलूस जगन्नाथ यात्रा शुक्रवार को भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हो गई। इस जुलूस में हजारों लोग पूरे उत्साह के साथ शामिल हुए।
दो साल के अंतराल के बाद निकाली जा रही यह यात्रा जगदीश चौक के जगदीश मंदिर से शुरू हुई। चांदी के रथ पर भगवान जगदीश की मूर्ति विराजमान है। इसके साथ ही जुलूस में कुछ धार्मिक झांकियां भी शामिल हैं।
युवाओं के कुछ समूह ‘‘जय श्री राम’’ के नारे लगा रहे थे। जिला प्रशासन की ओर से इस रैली को निकालने की विशेष अनुमति दी गई है, क्योंकि उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल की मंगलवार को हत्या के बाद तनाव पैदा हो गया था और शहर के सात थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया था।
मंगलवार को कन्हैयालाल की नृशंस हत्या को लेकर हिंदू लोगों में व्याप्त आक्रोश को देखते हुए स्थानीय पुलिस के लिये रैली एक चुनौती थी। सुरक्षा व्यवस्था के लिये करीब 3000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
उदयपुर में कानून व्यवस्था पर निगरानी के लिये जयपुर से पहुंचे अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक दिनेश एमएन ने बताया कि इस वर्ष यात्रा के लिए पुलिसकर्मियों की तैनाती पिछले साल की तुलना में तीन गुना अधिक है।
उन्होंने बताया कि ‘‘ हमें उम्मीद है कि यात्रा अच्छी और शांतिपूर्ण ढंग से चलेगी। पूर्व में उदयपुर में रहे वरिष्ठ अधिकारियों को प्रमुख बिंदुओं पर निगरानी के लिए तैनात किया गया है। आयोजकों के कार्यकर्ता भी पुलिस के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।’’
जगन्नाथ यात्रा का समापन रात में जगदीश चौक पर होगा, उससे पहले यात्रा घंटाघर, बड़ा बाजार, बडबुजा घाटी, मंडी की नाल, आरएमबी स्कूल जैसे क्षेत्रों से होकर जायेगी। यह लगभग सात किलोमीटर के रास्ते को तय करेगी और इस दौरान विभिन्न स्थानों पर हिन्दू संगठनों और कई लोगों की ओर से यात्रा का स्वागत होगा।
कुंज
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