नाटिंघम, पांच अगस्त तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने लगातार गेंदों पर दो विकेट लेकर भारत को इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के दूसरे दिन गुरुवार को यहां अच्छी शुरुआत का फायदा नहीं उठाने दिया।
भारत ने चाय के विश्राम तक अपनी पहली पारी में चार विकेट पर 125 रन बनाये हैं और वह इंग्लैंड के 183 रन से 58 रन पीछे है।
भारत का स्कोर एक समय बिना किसी नुकसान के 97 रन था लेकिन उसने 15 रन के अंदर रोहित शर्मा (107 गेंदों पर 36), चेतेश्वर पुजारा (चार), विराट कोहली (शून्य) और अजिंक्य रहाणे (पांच) के विकेट गंवा दिये।
रोहित लंच से ठीक पहले आउट हुए जिसके बाद एंडरसन (15 रन देकर दो) ने कहर बरपाया। ऐसे में मौसम भारत के बचाव में आया तथा खराब रोशनी और फिर बारिश के कारण चाय का विश्राम जल्दी लेना पड़ा। उस समय सलामी बल्लेबाज केएल राहुल 148 गेंदों पर 57 रन बनाकर खेल रहे थे जबकि विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने सात रन बनाये थे।
ट्रेंटब्रिज के ऊपर काले बादल मंडरा रहे थे और ऐसे में एंडरसन ने ऑफ स्टंप को निशाना बनाकर गेंदबाजी की। उन्होंने पुजारा और कोहली को लगातार गेंदों पर आउट किया।
पुजारा क्रीज पर किसी भी समय सहज नहीं दिखे। एक बार उन्होंने ओली रॉबिन्सन की सीधी गेंद पर भी शॉट नहीं खेला लेकिन तब डीआरएस उनके बचाव में आया। एंडरसन ने उन्हें विकेट के पीछे कैच कराया। उनकी अगली गेंद भी कोहली के बल्ले को चूमकर विकेटकीपर जोस बटलर के दस्तानों में समा गयी।
रहाणे तेजी से रन चुराने के प्रयास में राहुल के साथ गफलत में फंस गये और रन आउट होकर पवेलियन लौटे जिससे मैच बराबरी पर पहुंच गया।
डॉम सिब्ले ने यदि 45वें ओवर में एंडरसन की गेंद पर राहुल का आसान कैच नहीं छोड़ा होता तो भारत अधिक संकट में होता।
इससे पहले रोहित ने रक्षात्मक बल्लेबाजी के अपने कौशल का अच्छा नजारा पेश किया लेकिन लंच से ठीक पहले वह रॉबिन्सन की शार्ट पिच गेंद पर अपना पसंदीदा पुल शॉट खेलकर आउट हो।
रोहित और राहुल की सलामी जोड़ी ने 97 रन जोड़कर इंग्लैंड को हताश कर दिया था लेकिन ऐसे में रोहित का रोबिन्सन की गेंद को स्क्वायर लेग बाउंड्री के पार भेजने का इरादा फलीभूत नहीं हुआ क्योंकि गेंद सीधे सैम कुरेन के पास पहुंच गयी।
रोहित और राहुल 2018 के बाद भारत की 10वीं सलामी जोड़ी है लेकिन वह अभी तक सबसे प्रभावी रही है। इन दोनों के बीच की साझेदारी ने इंग्लैंड को निश्चित तौर पर बैकफुट पर भेज दिया था।
इन दोनों भारतीय बल्लेबाजों ने धैर्य के साथ बल्लेबाजी की और रन बनाने के लिये ढीली गेंदों का इंतजार किया। उन्होंने कुछ आकर्षक ड्राइव लगाकर स्कोर बोर्ड को चलायमान रखा।
उनकी रणनीति स्पष्ट थी कि पहले घंटे में कोई जोखिम नहीं उठाना और ऐसे में रोहित ने अपनी रक्षात्मक तकनीक का अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने इंतजार करने की रणनीति अपनायी क्योंकि वह विदेशी धरती पर बड़ा स्कोर बनाने के लिये बेताब हैं लेकिन इस बीच उन्होंने कुछ दर्शनीय शॉट भी खेले।
राहुल ने शुरू में सतर्कता बरती लेकिन इसके बाद उन्होंने कुछ अच्छे स्क्वायर और कवर ड्राइव लगाये और रन गति तेज की। रोहित ने अपनी पारी में छह चौके लगाये जबकि राहुल अभी तक नौ चौके लगा चुके हैं।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)