Guinness Book of World Records: पानी के अंदर गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाएगी अंडमान सरकार, जानें कैसे
अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह का पर्यटन विभाग द्वीपसमूह को शीर्ष गोताखोरी स्थल के रूप में प्रदर्शित करने के एक प्रयास के तहत पानी के अंदर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड को लेकर प्रयासरत है. यह जानकारी अधिकारियों ने दी.
पोर्ट ब्लेयर, 16 जून : अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह का पर्यटन विभाग द्वीपसमूह को शीर्ष गोताखोरी स्थल के रूप में प्रदर्शित करने के एक प्रयास के तहत पानी के अंदर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड को लेकर प्रयासरत है. यह जानकारी अधिकारियों ने दी. अधिकारियों ने बताया कि उप राज्यपाल एडमिरल (सेवानिवृत्त) डी के जोशी ने योजना को मूर्त रूप देने के लिए संबंधित अधिकारियों और अन्य हितधारकों के साथ चर्चा शुरू कर दी है. पोर्ट ब्लेयर के सूचना, प्रचार और पर्यटन निदेशालय कार्यालय (आईपीएंडटी) के सचिव विश्वेंद्र ने कहा, ‘‘यह स्थान सुंदर समुद्र तटों, उष्णकटिबंधीय वर्षावन और पहाड़ों से घिरा हुआ है और मुझे लगता है कि यह रोमांच को बढ़ाने के लिए एक आदर्श स्थान है.’
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उन्होंने कहा, ‘‘इस कवायद का उद्देश्य अंडमान और निकोबार द्वीप समूह को वैश्विक गोताखोरी स्थल की सूची में शामिल करना और पर्यटन को बढ़ावा देना है. बंदरगाह और समुद्र तट की गतिविधियों के अलावा, गोताखोरी के क्षेत्र को लोकप्रिय बनाने और इस हिंद महासागर क्षेत्र में गोताखोरी और साहसिक पर्यटन के लिए अद्वितीय अवसरों को उजागर करने का प्रयास किया जाएगा.’’ अधिकारी ने बताया कि आईपीएंडटी इस क्षेत्र में सभी पिछले गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड का अध्ययन कर रहा है, जिससे आवेदन करने से पहले श्रेणियों को अंतिम रूप दिया जा सके. यह भी पढ़ें : Nagpur Explosives: नागपुर विस्फोटक कारखाने में धमाका: एक और व्यक्ति की मौत, मृतकों की संख्या बढ़कर नौ
उन्होंने कहा कि आवेदक स्थानीय प्रशासन होगा, जिसे अंडमान निकोबार कमान, अंडमान चैंबर आफ कॉमर्स, प्रोफेशनल एसोसिएशन आफ डाइविंग इंस्ट्रक्चर्स (पीएडीआई), स्कूबा स्कूल्स इंटरनेशनल (एसएसआई) और नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वॉटरस्पोर्ट्स (एनआईडब्ल्यूएस) जैसी प्रमाणन एजेंसियों से समर्थन मिलेगा. पूरी कवायद की निगरानी कमांडर इन चीफ अंडमान और निकोबार कमान (सीआईएनसीएएन) एयर मार्शल साजू बालकृष्णन करेंगे.
विश्वेंद्र ने कहा, ‘‘हमारे पास दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्कूबा स्थल में से एक हैं... मैं साहसिक उत्साही लोगों और उन लोगों से अनुरोध करना चाहूंगा, जो जोखिम लेने में विश्वास करते हैं कि वे अधिक से अधिक गहराई में गोता लगाने के लिए अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की यात्रा करें.’’