अहमदाबाद, 18 नवंबर सामुदायिक पुलिस व्यवस्था से लेकर आपराधिक न्याय प्रणाली में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और पुलिस व्यवस्था में ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी के भविष्य से लेकर जेलों में कट्टरपंथ तक के विषयों पर अगले दो दिनों में गांधीनगर में 50वें अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान सम्मेलन में चर्चा की जाएगी।
एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो (बीपीआरएंडडी) द्वारा आयोजित और राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय की मेजबानी में होने वाले सम्मेलन के स्वर्ण जयंती संस्करण का उद्घाटन करेंगे।
बीपीआरएंडडी की महानिरीक्षक रेखा लोहानी ने संवाददाताओं को बताया कि वार्षिक सम्मेलन में कानून लागू करने वाली एजेंसियों के समक्ष आने वाली चुनौतियों का समाधान खोजने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ एक मंच पर आते हैं।
लोहानी ने कहा कि इस सम्मेलन में सामुदायिक पुलिस व्यवस्था से लेकर आपराधिक न्याय प्रणाली में एआई, तथा पुलिस व्यवस्था में ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी के भविष्य से लेकर जेलों में कट्टरपंथ तक आठ विषय होंगे।
लोहानी ने कहा, ‘‘विषयों का चयन विभिन्न हितधारकों से परामर्श के बाद किया जाता है, तथा विभिन्न संगठनों से सुझाव और विचार प्राप्त होने के बाद ही हम विचार-विमर्श करके विषयों को अंतिम रूप देते हैं।’’
नये आपराधिक कानून में फॉरेंसिक का इस्तेमाल, स्मार्ट शहरों में पुलिस व्यवस्था, जनजातीय और सीमावर्ती क्षेत्रों में सामुदायिक पुलिस व्यवस्था, तथा आपदा जोखिम न्यूनीकरण में पुलिस की भूमिका जैसे अन्य विषयों पर भी इस कार्यक्रम में चर्चा की जाएगी।
उद्घाटन समारोह में शाह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे, जबकि गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल विशेष अतिथि होंगे। लोहानी ने बताया कि इस अवसर पर विषय विशेषज्ञों के सर्वश्रेष्ठ शोध पत्रों का एक संग्रह भी जारी किया जाएगा।
आईजी ने कहा, ‘‘कानून प्रवर्तन एजेंसियों के सामने आने वाली विभिन्न चुनौतियों पर विचार-विमर्श करने के लिए प्रत्येक सत्र में विभिन्न क्षेत्रों के लोग भाग लेंगे। सम्मेलन के दौरान हम भारतीय उद्योग परिसंघ के सहयोग से पुलिस-टेक एक्सपो का भी आयोजन करेंगे।’’
उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र की 45 कंपनियां चुनौतियों से निपटने में कानून प्रवर्तन एजेंसियों की सहायता के लिए विकसित उपकरण प्रदर्शित करेंगी।
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