देश की खबरें | ईडी ने ‘लॉटरी किंग’ मार्टिन के खिलाफ छापेमारी में 12 करोड़ रुपये की नकदी और एफडी जब्त की

नयी दिल्ली, 18 नवंबर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने चेन्नई से कारोबार कर रहे ‘लॉटरी किंग’ सैंटियागो मार्टिन और उसके सहयोगियों के विभिन्न राज्यों में स्थित ठिकानों पर की गई छापेमारी में 12 करोड़ रुपये से अधिक की ‘‘बेहिसाब’’ नकदी और 6.42 करोड़ रुपये की सावधि जमाएं जब्त की। संघीय एजेंसी ने सोमवार को एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी।

मार्टिन इस साल तब चर्चा में आए जब निर्वाचन आयोग ने उनकी कंपनी को राजनीतिक दलों को अब समाप्त हो चुके चुनावी बॉण्ड के जरिये सबसे अधिक 1,300 करोड़ रुपये से अधिक राशि दान देने का खुलासा किया।

विज्ञप्ति के मुताबिक ईडी ने पिछले सप्ताह मार्टिन और उनकी कंपनियों फ्यूचर गेमिंग, होटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड और कुछ अन्य सहयोगियों के खिलाफ दर्ज मामले में तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, मेघालय और पंजाब में स्थित 22 परिसरों पर छापेमारी की थी जिनमें चार लॉटरी टिकट मुद्रण प्रेस भी शामिल थे।

ईडी ने बताया कि उसकी जांच में सामने आया कि ‘‘कंपनी का 90 प्रतिशत कारोबार छह रुपये अंकित मूल्य वाली लॉटरी टिकटों से संबंधित है, जिन पर अधिकांश पुरस्कार 10,000 रुपये से कम मूल्य के थे, जो कर योग्य नहीं है।’’

जांच एजेंसी ने बताया,‘‘पुरस्कार विजेताओं और बेची गई तथा न बिकी टिकटों के संबंध में कंपनी ने कोई उचित रिकॉर्ड नहीं रखा है।’’

ईडी का दावा है कि कंपनी ने लॉटरी योजनाएं इस तरह से डिजाइन की कि उसे ‘पर्याप्त’ लाभ मिले और आयोजक राज्य को राजस्व का ‘बहुत छोटा हिस्सा’ मिले।

ईडी द्वारा दर्ज धन शोधन का मामला राज्य लॉटरी विभाग द्वारा दर्ज की गई शिकायत के आधार पर मेघालय पुलिस द्वारा आरोपियों के खिलाफ दर्ज की गई प्राथमिकी पर आधारित है। इसके अलावा केरल पुलिस की कुछ प्राथमिकी भी हैं, जिनकी जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) कर रही है।

ईडी ने कहा कि समूह के खिलाफ मुख्य आरोप यह है कि उसने दूसरों को कारोबार करने की अनुमति न देकर लॉटरी बाजार पर ‘‘अवैध रूप से’’ कब्जा कर लिया। उसने ‘नकली’ लॉटरी टिकट बेचे, जीतने वाले पुरस्कारों में हेरफेर किया और काले धन को सफेद करने के लिए नकद भुगतान के बदले बड़ी पुरस्कार जीतने वाली टिकटें खरीदीं, जिससे सरकारी खजाने और आम जनता को ‘भारी नुकसान’ हुआ।

एजेंसी ने बताया कि छापेमारी के दौरान उसने 12.41 करोड़ रुपये की ‘बेहिसाब’ नकदी, डिजिटल उपकरण और ‘अपराध में संलिप्तता’ इंगित करने वाले दस्तावेज जब्त किए तथा 6.42 करोड़ रुपये की सावधि जमा राशि भी फ्रीज कर दी।

एजेंसी ने बताया कि कोयंबटूर, चेन्नई, मुंबई, दुबई और लंदन में अचल संपत्तियों में भारी निवेश के दस्तावेज भी मिले हैं। उसके मुताबिक आरोपियों ने शेयर बाजार में भी भारी निवेश किया है।

केरल पुलिस के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने मार्टिन और उनकी कंपनियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है तथा 622 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है।

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